Category: व्यंग

सरकार कौन? फर्क नहीं पड़ता, बस ज़िंदगी अपग्रेड चाहिए #satire #china #modi #zackma

नई दिल्ली। डेमोक्रेसी हो या “यू-मोकरेसी”—हम आम लोग आखिर चाहते क्या हैं? ना तो संसद में शोर मचाने का शौक,…

“मेरा हिस्सा कहाँ है?”: ई-20, सस्ता रूसी तेल और जनता की जेब

नई दिल्ली।देश में ई-20 (20% इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल) की चर्चा जोरों पर है। कोई कह रहा है नितिन गडकरी किसी…

वोट चोरी के आरोप और सत्ता की बेचैनी! Opposition Protest #votechori #politics #hindinews #satire

जब सवाल सत्ता को अस्थिर कर सकते हैं, तब जवाब देने की जगह सवाल पूछने वाले को कटघरे में खड़ा…

सड़क, पुल एवं पुलिया बनी है और बन भी रही है – नहीं लगा कल-कारखाने और बढ़ी है बेरोजगारी

पटना, 13 जनवरी :: राज्य में सरकार आती है और जाती है। सड़क, पुल एवं पुलिया बनी है और बन…

रिपोर्टर पत्रकार और माइक के लाल में कौन कौन सी क्वालिटी का होना जरूरी है आखिर क्यों विलुप्त हो रही है पत्रकारिता से व्यंग तंज और कटाक्ष

रिपोर्टर बनने के लिए सहनशीलता सालिंता और हाजरी-जबाबी का होना महत्वपूर्ण है, पत्रकार बनने के लिए विश्लेषण , वर्तमान और…

श्री नितीश कुमार की फ़ालतू बात पर शुभेंदु के कमेंट्स

जो लोग कहते हैं हमने इसको बनाया उसको बनाया वास्तव में वो ये नहीं जानते की यही उनका अहंकार है।…

पहले चाय की दुकान पे सिर्फ ‘चाय’ बिकती थी वो भी एक नम्बर क्वालिटी की

पहले चाय की दुकान पे सिर्फ ‘चाय’ बिकती थी वो भी एक नम्बर क्वालिटी की। फिर बिस्कुट, टोस्ट भी बिकने…