Category: व्यंग

सड़क, पुल एवं पुलिया बनी है और बन भी रही है – नहीं लगा कल-कारखाने और बढ़ी है बेरोजगारी

पटना, 13 जनवरी :: राज्य में सरकार आती है और जाती है। सड़क, पुल एवं पुलिया बनी है और बन भी रही है, लेकिन कल-कारखाने नहीं लगी है और बेरोजगारी…

रिपोर्टर पत्रकार और माइक के लाल में कौन कौन सी क्वालिटी का होना जरूरी है आखिर क्यों विलुप्त हो रही है पत्रकारिता से व्यंग तंज और कटाक्ष

रिपोर्टर बनने के लिए सहनशीलता सालिंता और हाजरी-जबाबी का होना महत्वपूर्ण है, पत्रकार बनने के लिए विश्लेषण , वर्तमान और भूतकाल में जो हो रहा है और हों चुका और…

श्री नितीश कुमार की फ़ालतू बात पर शुभेंदु के कमेंट्स

जो लोग कहते हैं हमने इसको बनाया उसको बनाया वास्तव में वो ये नहीं जानते की यही उनका अहंकार है। एक दिन उन्हें खा जाएगा । कोई किसी को नही…

पहले चाय की दुकान पे सिर्फ ‘चाय’ बिकती थी वो भी एक नम्बर क्वालिटी की

पहले चाय की दुकान पे सिर्फ ‘चाय’ बिकती थी वो भी एक नम्बर क्वालिटी की। फिर बिस्कुट, टोस्ट भी बिकने लगे, फिर धीरे-धीरे सिगरेट भी बिकने लगी, फिर किसी ने…

मुफ्त की रेवड़ी और डॉक्टर देवेन्द्र का उसपर देश के नेताओं को तंज

अत्यंत विचारणीय ✍🏻 एक आदमी ने एक विज्ञापन दिया कि उसे उसकी चिन्ता करने वाला एक आदमी चाहिये। वेतन वो जो मांगेगा, मिलेगा। विज्ञापन देखकर एक बेरोजगार तुरंत उसके पास…

पत्रकार और संवाददाता (REPORTER) में अंतर क्या है ? मनीष कश्यप की पत्रकारिता से समाज पर प्रभाव

यक्ष प्रश्न : बतायो राजन पत्रकार और संवाददाता (REPORTER) में अंतर क्या है ? शुभेन्दु : महाबाहो जो पत्र को आकार दे उसे पत्रकार बोलते हैं मतलब अंग्रेजी में journalist…

बंद रेलवे फाटक से रिक्शा निकालना: कला या विज्ञान?

आप लेख के शीर्षक पर अचंभित हों, इस से पहले ही बता दें कि विज्ञान का लक्षण है कि एक ही तरीके से एक ही परिस्थितियों में एक ही प्रक्रिया…

बिहार : शायर की माशूका सी – कभी आती कभी जाती बिजली!

बिहार : थोड़े पुराने दौर और आज के दौर में अंतर की बात करें तो जनता की समस्याएँ भी थोड़ी बदल गई हैं। सहरसा के शहरी क्षेत्रों में भी बदलाव…

कट्टा और लोकतंत्र, आज का सवाल क्या योगी आदित्य नाथ ने अतीक और अशरफ को मरवाया ?

कुछ लोग यह भी कह रहें की योगी आदित्य नाथ ने ही मरवाया अतीक और असरफ को उनलोगो से बस ये कहना चाहूंगा की ये तो सीधा आरोप है कि…