Category: आनंद के साथ छोटी सी बात

छोटी सी बात भारत के अतीत और वर्तमान की कहानियों का एक यादृच्छिक संग्रह है। छोटी-छोटी बातों के विषयों में अक्सर महाभारत और महाकाव्यों के तत्व होते हैं, जैसा कि भारतीय कहानियों से अपेक्षा की जाती है। स्मॉल टॉक जन सरोकार के मुद्दों पर समकोणीय विचार प्रस्तुत करता है।

धर्म के नाम पर राजनीति को मिलती पटखनी

~~~~~~~~~~~~~~~ भारत में धर्म के नाम पर राजनीति की बिसातें सजना कोई नयी बात नहीं। उसमें भी राजनीति की प्रयोगशाला कहलाने वाले बिहार की बात हो, तो मामला मंडल-कमंडल की…

नेहा राठोड़ का केजरीवाल पर गाया गाना हो रहा है वायरल || Neha Rathod on Kejriwal

केजरीवाल के बंगले की मरम्मत के करोड़ों के खर्चे पर अब गायक गीत लिख रहे हैं!! TAGS #shorts #news #congress #news #nationalnews #modiadani #rajyasabha #malikaarjun #kharge #ed #cbi #inquairy #relationship_betweenmodi_adani…

आदर्श लिबरल का पसंदीदा सवाल आईएएस Topper गरिमा से क्या होगा ?

मस्जिद के पास वाले टूटे नके से अपनी क्रांति पेय में पानी मिलने के लिए आदर्श लिबरल पहुंचे ही थे की यक्ष ने उन्हें रोका और पानी लेने से पहले…

केरल स्टोरी का कौन सा असर समाज पर आने लगा है इस पर आनंद का दृष्टिकोण

कभी-कभी लोग सोचते हैं की फिल्मों का समाज पर कोई  असर नहीं पड़ता उल्टा कहते हैं की फिल्में समाज का आईना होती है लेकिन यह बात हर बार ये सच नहीं होती the…

बिहार की बेटी को बधाई देनी वाली बिहार सरकार और पूर्व सत्ताधारी नेताओं से आनंद ने ये क्या पूछ लिया ?

बिहार की बेटी बताकर गरिमा लोहिया को झोले में भर भर के बधाइयां देते वक्त बिहार की सरकार और बिहार के नेताओं को यह भी बताना चाहिए की बिहार की…

भगवद गीता अब मात्र 90 सेकेण्ड में वशुधा श्री जी के साथ धर्म का मर्म सिर्फ Aware News 24 पर

गलत सोच ही आपके जीवन की एकमात्र समस्या है सही ज्ञान आपकी सभी समस्याओं का अंतिम समाधान है निस्वार्थता ही प्रगति और समृद्धि का एकमात्र मार्ग है प्रत्येक कार्य प्रार्थना…

बिहार (सहरसा) : जहाँ 20 साल का “विकास” 2 घंटे की बारिश भी नहीं झेल पा रहा!

बिहार (सहरसा)  : “विकास” 20-25 साल का कैसे है? वो ऐसे है कि नगर-परिषद से उत्क्रमित होकर नगर निगम हो गए सहरसा में “सरकार” तो बदली ही नहीं है! ये…

बंद रेलवे फाटक से रिक्शा निकालना: कला या विज्ञान?

आप लेख के शीर्षक पर अचंभित हों, इस से पहले ही बता दें कि विज्ञान का लक्षण है कि एक ही तरीके से एक ही परिस्थितियों में एक ही प्रक्रिया…

BIHAR की राजनीति का कुत्तों के स्तर पर पहुंचना

क्या सच में जदयू अध्यक्ष श्री ललन सिंह ने मिट, घट जाने पर, मुंगेर के लोगो को कुकुर खिला दिया ? BIHAR के मिथिलांचल में एक प्रचलित कहावत है –…

बिहार : शायर की माशूका सी – कभी आती कभी जाती बिजली!

बिहार : थोड़े पुराने दौर और आज के दौर में अंतर की बात करें तो जनता की समस्याएँ भी थोड़ी बदल गई हैं। सहरसा के शहरी क्षेत्रों में भी बदलाव…