• वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव में एक साथ 77,700 तिरंगा फहराकर बनाया गया वर्ल्ड रिकॉर्ड।
  • नीतीश कुमार और सुशील मोदी ने बिहार को बीमारू राज्य से विकसित राज्य की ओर ले जाने का काम किया
  • केंद्र सरकार आरा में उनकी स्मृति में एक भव्य स्मारक बनाएगी।

विजय अग्रवाल, पटना/जगदीशपुर. वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बाबू कुंवर सिंह के प्रति इतिहासकारों ने अन्याय किया, उनकी वीरता के अनुरूप उन्हें इतिहास में जगह नहीं दी गई, लेकिन आज फक्र के साथ कह सकता हूँ कि उनका नाम मिटने वाला नहीं है। लाखों की संख्या में एकत्र लोगों के भाव को देखकर कहा जा सकता है कि बाबू कुंवर सिंह को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने वादा किया कि केंद्र सरकार आरा में उनकी स्मृति में एक भव्य स्मारक बनाएगी।

भोजपुर जिले के जगदीशपुर के दुलौर मैदान में शनिवार को गृह मंत्री अमित शाह ने स्वतंत्रता सेनानी वीर कुंवर सिंह के परिवार के वरिष्ठ लोगों को शॉल देकर सम्मानित कियाl कार्यक्रम में तलवार भेंटकर गृह मंत्री का स्वागत किया गयाl अंग्रेजों पर जीत की याद में आयोजित विजयोत्सव कार्यक्रम में एक साथ 77 हजार से ज्यादा राष्ट्रीय ध्वज फहराने का विश्व कीर्तिमान भी बनाl अमित शाह ने अपने संबोधन की शुरुआत भारत माता की जय के जयघोष से करते हुए जगदीशपुर की धरती को युगपुरुषों की धरती बतायाl उन्होंने कहा कि हेलिकॉप्टर से मैंने देखा कि यहां से पांच-पांच किमी तक लोगों के हाथ में तिरंगा है, कार्यक्रम स्थल से ज्यादा लोग रोड पर वंदे मातरम् और भारत माता की जय बोल रहे हैं। लाखों लोग चिलचिलाती धूप में तिरंगा लेकर कुंवर सिंह को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। मैं निःशब्द हूँ, ऐसा कार्यक्रम पहले कभी नहीं देखा। प्रधानमन्त्री ने आजादी के 75वें साल में अमृत महोत्सव मनाने का निर्णय लिया। इसमें सबसे बड़ा पहलू था आजादी के लिए बलिदान देने वालों को याद करना, भारत को दुनिया में बड़ी ताकत बनाना तथा हर क्षेत्र में नंबर वन होना है। बाबू कुंवर सिंह जी के प्रति यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

गृह मंत्री ने कहा कि इतिहासकारों ने 1857 की क्रांति को विफल क्रांति कहकर अपमानित किया किंतु वीर सावरकर ने पहली बार इसे आजादी की पहली लड़ाई बताकर सम्मान दिया। उस संग्राम में कुंवर सिंह अकेले ऐसे पराक्रमी पुरुष थे, जिन्होंने आरा से अयोध्या तक अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी और उन्हें पराजित किया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री आरके सिंह की मांग पर सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि 1857 के सेनानियों की स्मृति में एक भव्य स्मारक बनाया जाएगा। अमित शाह ने कहा कि जब मैं 7-8 साल का था, मेरे बाबूजी ने इतिहास पढ़ाने के लिए शिक्षक रखा थाl उन्होंने मुझे बाबू वीर कुंवर सिंह की कहानियां सुनाई तो मेरे रोंगटे खड़े हो गए थेl जिसने बलिदान दिया उनके बारे में युवा पीढ़ी को बताना जरूरी हैl उन्होंने कहा कि तिरंगे के साथ आज पहली बार ऐसी तस्वीर देखी गयी हैl वीर कुंवर सिंह को जो इज्जत इतिहासकारों ने नहीं दिया, आज वो इज्जत बिहार के लोगों ने तिरंगे के साथ दियाl

उन्होंने प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि अगर 123 करोड़ लोगों का मुफ्त टीकाकरण नहीं करते तो न जाने कितने लोग कोरोना महामारी से काल कलवित हो जाते। अमीर तो वैक्सीन लगवा लेते, लेकिन दलित, आदिवासी, शोषित क्या करते, कहां से टीका लगवाते पर मोदी जी ने दो टीका मुफ्त लगवाकर सुरक्षा का सुदर्शन चक्र बनवाने का काम किया। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और राबड़ी देवी पर तंज कसते हुए कहा कि उनके शासनकाल को याद करना- कराना जरूरी है। बिहार में जंगलराज को भूल सकते हैं क्या, यही बिहार था जहां सरे राह हत्या होती थी, जाति के नाम पर भेदभाव होता था। प्रदेश में बिजली नहीं, पानी नहीं, कोई योजना नहीं। नीतीश कुमार और सुशील मोदी ने बिहार को बीमारू राज्य से विकसित राज्य की ओर ले जाने का काम किया।

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

One thought on “इतिहासकारों ने कुंवर सिंह की वीरता के साथ किया अन्याय : अमित शाह”
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