पटना के राजकीय संस्कृत महाविद्यालय में 19 जुलाई, 2024 से चल रही संस्कृत संभाषण कार्यशाला का समापन 28 जुलाई को होगी। यह कार्यशाला 10 दिवसीय है।

ध्यातव्य है कि संस्कृत संभाषण कार्यशाला का शुभारंभ 19 जुलाई को हुआ है और लगातार दस दिन तक यानि 28 जुलाई तक चल कर 28 जुलाई को ही इसका समापन होगा। संस्कृत संभाषण कार्यशाला में प्रशिक्षण देने वालों में महाविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक प्रोo उमेश शर्मा, शिक्षक डाo शिवानन्द शुक्ल, डाo विवेकानन्द पासवान तथा बाह्य भाषा प्रशिक्षक डॉ मुकेश ओझा है। इन्होंने छात्रों और छात्राओं को संस्कृत भाषा पर गहराई से प्रकाश डालते हुए का प्रशिक्षत कर रहे हैं।

संस्कृत संभाषण कार्यशाला कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डाo मनोज कुमार और कार्यक्रम का संयोजन डाo ज्योत्स्ना है।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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