बिहार की शिक्षा व्यवस्था बद से बदतर की ओर बढ़ती जा रही है। सरकारी दावों में स्कूल अच्छे बताये जा रहे हैं और इसके लिए विद्यालयों को कागजों पर “उत्क्रमित” किया जा रहा है। नए शिक्षकों की बहाली लगभग शून्य पर है और अगर शिक्षक हैं ही नहीं, तो फिर मध्य विद्यालय का नाम बदलकर “उत्क्रमित उच्च विद्यालय” कर देने भर से क्या होगा? शिक्षा के मुद्दों पर बात करने के बदले शिक्षा मंत्री राम भरोसे बैठे हैं। शिक्षा की दुर्दशा पर बोल नहीं सकते तो रामचरितमानस पर विवादित बयान देने में जुटे हैं।
Bahut jabardast,data bolte thoda figures slides deke
बिहार की दुर्दशा का बहुत ठीक विष्लेषण