कचरे के बढ़ने से व्यवहार परिवर्तन का क्या लेना-देना है?



हाल के वर्षों में भारत में कूड़े-कचरे का प्रबंधन भी एक बड़ी समस्या के रूप में उभरा है. क्या हमारा बदलता हुआ व्यवहार इस नयी समस्या की जड़ में है?

सेनेटरी पैड और कचरा प्रबंधन – https://www.saraldesigns.in/uncategorized/sanitary-napkins-and-its-environmental-impact-part-1/

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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