कंज्यूमर बिहेवियर और भगवद्गीता || Consumer Behavior and Bhagwad Gita



पहले एक चीज खरीदना, फिर दूसरी चीज की इच्छा जागना और इस तरह अंततः ऐसी कई चीजें खरीदकर इकठ्ठा कर लेना, जिनकी असल में हमें उतनी जरूरत भी नहीं होती, आजकल एक सामान्य मानवीय व्यवहार है. कुछ वर्ष पहले ऐसे कंज्यूमर बिहेवियर को “द ओवेरस्पेंट अमेरिकन” (1992) नाम की एक किताब में “डिडरो इफ़ेक्ट” कहा गया. ये नाम एक कहानी से आया है और इस वीडियो में हम देखते हैं कि इस कंज्यूमर बिहेवियर से जुड़ी कहानी का भगवद्गीता से क्या सम्बन्ध है?

भगवद्गीता में अन्वय – http://geetayan.com/bhagwad-gita-anvay-sanskrit-poetry/
Geetayan ।। गीतायन – https://amzn.to/3mp9zMZ

https://www.facebook.com/anandydr

https://www.instagram.com/anandydr/

#consumer #behaviour #bhagwadgeeta #smalltalk #smalltalkwithanand

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *