पटना, स्वर कोकिला और भारत रत्न लता मंगेशकरकी स्मृति में दीदी जी फाउंडेशन ने संगीतमय कार्यक्रम सह स्वर कोकिला सम्मान 2023 का आयोजन किया, जहां हर्षा म्यूजिकल ग्रुप के कलााकारों ने लता मंगेश्कर के गाये सदाबहार गीतों के जरिये उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
संगीतमय कार्यक्रम सह स्वर कोकिला सम्मान 2023 में बतौर मुख्य अतिथि जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन प्रसाद और जन स्वास्थ्य कल्याण समिति के सचिव एल.बी. सिंह ,समीर परिमल असिस्टेंट कमीश्नर जीएसटी, श्वेता झा मिसेज इंडिया कांटिनेंट ,ज्योति दास मिसेज बिहार,दीप श्रेष्ठ फिल्म अभिनेता और निर्माता , कुमार आर्यन समाजसेवी ,मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्जवलित कर की गयी। इसके बाद लता मंगेशकर के चित्र पर लोगों ने
माल्यापर्ण और पुष्प अर्पित किये। सभी आगंतुक अतथियों को मोमेंटो, शॉल और बुके देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर हर्षा म्यूजिकल ग्रुप के कलाकारों ने लता मंगेश्कर के गये सदाबहार गीतों के जरिये उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किये। प्रस्तुति देने वाले कलाकारों में दिवाकर कुमार वर्मा, कुमार संभव, कुंदन तिवारी, रत्ना गांगुली, नीलोफर शबनम, आलोक कुमार सिन्हा,आनंद सिन्हा, सुप्रिया सिन्हा, कुमार पंकज, प्रेम कुमार, आयुष सिन्हा, सुबोध नंदन सिन्हा, प्रवीण कुमार, बादल, आदया शक्ति, पन्ना श्रीमालि,राकेश कुमार, शबनम,अविनाश बन्धु, दिव्य ज्योति प्रतिमा कुमारी, आल्या श्रीवास्तव, एंकर सिंगर विज्या , कर्तव्य मौर्य, प्रतिभा सिंह ,तनु गांगुली, रेखा वर्मा शामिल हैं। प्रस्तुति देने वाले सभी कलाकारों को स्वर कोकिला सम्मान 2023 से मोमेंटो,अंगवस्त्र और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का संचालन दीदीजी फाउंडेशन के संस्थापिका डॉ नम्रता आनन्द और अजय अंबष्ठ ने किया.
जदयू के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन प्रसाद ने कहा, संगीत की देवी लता मंगेश्कर ने जितने भी गाने गाए हैं सभी सुपर डुपर हिट साबित हुये हैं। उन्होंने एक से एक बढ़कर गीत गाकर लोगों का दिल जीता। लता दी ने भारतीय सिनेमा के संगीत जगत को नया आयाम दिया। गायकी के क्षेत्र में उनके योगदान को कभी भूलाया नहीं जा सकता। लता मंगेशकर हर सिंगर की आइडल रही हैं. लता के सहाबहार गानों को सुन आज भी फैंस झूम उठते हैं।
दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका डा. नम्रता आनंद ने कहा,भारत की स्वर कोकिला और भारत रत्न लता मंगेशकर जिन्हें हम प्यार से लता दीदी भी कहते हैं। लता दीदी ने सात दशकों तक अपनी मधुर आवाज के जादू से सभी को मदहोश कर दिया। लता दी आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन फिजां के कण-कण में उनकी आवाज गूंजती महसूस होती है। लता दीदी की आवाज के दीवाने भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में मौजूद है। उनके सदाबहार गीतों ने पूरी दुनिया को मंत्रमुग्ध किया है।लता मंगेशकर के आइकॉनिक गाने, जो आज भी दिल छू जाते हैं।
जन स्वास्थ्य कल्याण समिति के सचिव एल.बी.सिंह ने कहा, महान पार्श्वगायिका लता मंगेश्कर आज हमारे बीच नहीं है लेकिन वह आज श्रोताओ के दिल पर राज करती है।भारतीय संगीत को अपनी मधुर आवाज से लता ने दुनियाभर में मशहूर किया है।संगीत जगत को लता मंगेशकर ने अपना बहमूल्य योगदान दिया था जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
इस अवसर पर सुनिल कुमार सिन्हा, दिवाकर कुमार, पीयूष श्रीवास्तव, करण रूद्र, सोनिया सिंह,संजीव कर्ण , राहुल देव, प्रिंस समेत कई लोग उपस्थित थे

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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