औरंगाबाद । ग्रामीण कार्य विभाग के अवर प्रमंडल पदाधिकारी ई. ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव के अवकाश ग्रहण के अवसर पर स्थानीय बंधन रिसोर्ट में उनके परिजनों , शुभचिंतकों और सहकर्मियों की ओर से बुधवार की रात एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने ई. ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव के पथ निर्माण विभाग , ग्रामीण कार्य विभाग , जिला परिषद , नगर परिषद आदि विभागों में बतौर अभियंता 36 वर्षों तक नियमित रूप से राज्य के विकास में योगदान देने के लिए सराहना की । श्री श्रीवास्तव ने अपने कार्यकाल के दौरान सैकड़ों ग्रामीण पथों, पुल – पुलियों और भवनों का निर्माण कराया । इन्होंने औरंगाबाद में पथ निर्माण विभाग और ग्रामीण कार्य विभाग के तहत कार्य करने के लंबे अरसे के दौरान कई विकास कार्यों का कार्यान्वयन कराया जिससे न केवल जनसुविधाएं बढ़ी बल्कि आधारभूत संरचनाओं का भी विकास हुआ । वक्ताओं ने यह भी कहा कि जिला परिषद और नगर परिषद में अभियंता के रूप में उन्होंने छोटी-छोटी कई योजनाओं को कार्यान्वित कराया जिससे आम लोगों को सहूलियत मिल सकी ।
कार्यक्रम में सभी वक्ताओं नेइंजीनियर बृजेश कुमार श्रीवास्तव के सुखद,स्वस्थ और सुदीर्घ जीवन की कामना की । इस अवसर पर सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता संतोष श्रीवास्तव , प्रधानाध्यापिका भारती श्रीवास्तव, नवबिहार टाइम्स के संपादक कमल किशोर ,सोनवर्षा वाणी के संपादक श्रीराम अम्बष्ट,गढ़वा न्यायालय के सिस्टम इंचार्ज प्रकाश सिन्हा, मनोज श्रीवास्तव ,राजीव श्रीवास्तव, अभियंता संजीव श्रीवास्तव,इं. शेखर शरण श्रीवास्तव, डॉ. तनुज वर्मा, डॉ. प्रीतिका, डॉ वैभव, डॉ आयुषी , डॉ स्वदीप , डॉ श्रुतिका स्टेट टैक्स की सहायक आयुक्त मोनिका श्रीवास्तव , खादी ग्रामोद्योग के पूर्व अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव , बारून व्यापार मंडल के अध्यक्ष मिथिलेश दीपक , अजय वर्मा, साकेत , कौस्तुभ, श्वेताभ समेत बड़ी संख्या में परिजन , शुभचिंतक , अभियंता , संवेदक , गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन देश के मशहूर कवि एवं साहित्यकार शंकर कैमूरी ने किया ।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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