पटना, सामाजिक संगठन रोटरी क्लब ऑफ चाणक्या प्राइड ने कुरथौल में 131 परिवार के बीच घड़ा का वितरण किया।
रोटरी क्लब ऑफ चाणक्या प्राइड ने कुरथौल के अलग-अलग इलाकों में 131 परिवार के बीच घड़ा का वितरण किया। वितरण का कार्यक्रम समाजसेवी रोटेरियन डा. नम्रता आनंद के नेतृत्व में संपन्न हआ। कार्यक्रम के आयोजन में रोटीरी क्लब ऑफ चाणाक्या प्राइड के अध्यक्ष साकेत सुरेखा, आदिकेसरी जैन, निधि बजाज,गरिमा सुरेखा, नेहा जैन, नारायण खेरिया, अर्चना जैन, मंजू पारीक, स्वास्ति जैन, आशना जैन सराहनीय योगदान रहा।

c1c66abc-b104-49f2-870b-772bc9f2c87aइस अवसर पर रोटेरियन साकेत सुरेखा ने कहा कि घड़ा, सुराही में पानी पीना आजकल स्टील और प्लास्टिक के कंटेनर से बेहतर है साथ ही इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। आज भी कई घरों में मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। मिट्टी के बर्तनों में रखे पानी में विटामिन और खनिज शरीर के ग्लूकोज के स्तर को बनाए रखने में मदद करते हैं ये शरीर को अंदर से ठंडक प्रदान करते हैं।मिट्टी में शुद्धि करने का गुण होता है यह सभी विषैले पदार्थ सोख लेती है और इसके घड़े के पानी में सभी जरूरी सूक्ष्म पोषक तत्व मिलते हैं। गर्मियों में हेल्दी बने रहना है तो मिट्टी के घड़े का पानी पीना चाहिए।रोटेरियन डा. नम्रता आनंद ने कहा, घड़े के पानी को अमृत के सामान माना जाता है क्योंकि इससे मिलने वाले फायदे अमृत मिलने के सामान है।यदि गर्मी के दिनों में पानी पीने के लिए मिट्टी के घड़े का इस्तेमाल किया जाता है तो आप गर्मी से होने वाली कई सम्स्याओं से बच सकती हैं। मिट्टी की भीनी-भीनी खुशबू के कारण घड़े का पानी पीने का आनंद और इसका लाभ अलग है।मिट्टी से बने इस घड़े में कई प्राकृतिक गुण पाए जाते हैं। जो आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते है और आपको कई रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करने में मदद करते है। दरअसल, मिट्टी में कई प्रकार के रोगों से लड़ने की क्षमता पाई जाती है। मिट्टी के बर्तनों में पानी रखा जाए तो उसमें मिट्टी के गुण आ जाते हैं इसलिए घड़े में रखा पानी हमें हेल्दी बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है।

9b4f203c-8b90-4ad8-b6d6-95b685c483ff आदिकेसरी जैन, ने कहा, फ्रिज में पानी सिर्फ ठंडा होता है लेकिन मिट्टी के घड़े जितने पोषक तत्व आपको नहीं मिलते। ऐसे में कोशिश करें कि गर्मियों में फ्रिज की जगह मिट्टी के घड़े में रखे पानी को पिएं, जिससे कि न सिर्फ आप बीमारियों से बचे रह सकें बल्कि आपका डाइजेशन सिस्टम भी मजबूत हो सके
अर्चना जैन ने कहा, गर्मी के सफर में सुराही का पानी पीने से गला खराब नहीं होता है। इसके अलावा खांसी से पीड़ित लोगों भी मिट्टी के बर्तन का पानी पी सकते हैं।घड़ा या मटका का पानी तेज गर्मी और लू से बचाने में मदद करता है। मिट्टी के बर्तन में पानी पीने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं। इससे पेट में बनने वाली गैस की समस्या से भी आराम मिलता है। मिट्टी के घड़े का पानी स्वदिष्ट होता है, जिससे आप ज्यादा पानी पीते हैं।
इस अवसर पर समाजसेवी मिथिलेश सिंह,रंजीत ठाकुर, आरती देवी, अंजली कुमारी, आरती कुमारी, नेहा कुमारी, रानी देवी, मिनी देवी, निभा देवी, सुषमा कुमारी, अनिता कुमारी, प्रियंका कुमारी, राजनंदनी कुमारी, प्राची प्रियदर्शनी, ऋषिता राज, संजना कुमारी, स्वाति कुमारी, बिट्टू कुमार, अमित कुमार और दीपक कुमार समेत कई लोग उपस्थित थे।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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