प्रोड्डाटूर के विधायक रचमल्लू शिव प्रसाद रेड्डी ने 15 फरवरी को विशाखापत्तनम में सीबीआई के पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की और उन्हें एक पत्र सौंपकर उनके खिलाफ जांच शुरू करने का अनुरोध किया।
बाद में सीबीआई कार्यालय के बाहर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि संभवत: यह पहली बार है कि किसी विधायक ने सीबीआई से अपने खिलाफ जांच शुरू करने की मांग की है।
इसके पीछे के कारणों पर उन्होंने कहा, ‘तेदेपा नेता नारा लोकेश अपने’ युवा गालम‘ यात्रा ने प्रोद्दातुर में उनके खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाए थे और विधायक को सीबीआई जांच की चुनौती दी थी।
“यह उनकी चुनौती के जवाब में था। उन्होंने लाल चंदन की तस्करी, अवैध रेत खनन, क्रिकेट सट्टेबाजी, गुटखा तस्करी और नकली मुद्रा रैकेट में मेरी संलिप्तता सहित कई अपराधों और अनियमितताओं में शामिल होने के आरोप लगाए हैं। मैंने इसे एक चुनौती के रूप में लिया है और सीबीआई से इन सभी आरोपों की जांच करने को कहा है।
उन्होंने कहा, “सीबीआई एसपी ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है और सूचित किया है कि वह मेरे अनुरोध को सीबीआई के संयुक्त निदेशक को भेज देंगे।”
यह पूछे जाने पर कि क्या वह श्री लोकेश के खिलाफ मानहानि का मामला दायर करेंगे, उन्होंने कहा कि प्रक्रिया जारी है और वह न केवल उनके खिलाफ मानहानि का मामला दायर करेंगे बल्कि न्याय के लिए आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएंगे। उन्होंने कहा, “मैं श्री लोकेश को भी इसी तरह का कदम उठाने की चुनौती देता हूं और सीबीआई से उनके और उनके पिता नारा चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ मामलों की जांच करने के लिए कहता हूं।”