टेस्ला सीईओ एलन मस्क (Tesla CEO Elon Musk) ने कहा अनिश्चितता को देखते हुए हमारे लिए अपनी नकदी की स्थिति को अधिकतम (Tesla sold 75 percent of its bitcoin) करना महत्वपूर्ण था. हमने अपना कोई भी डॉजक्वाइन (Tesla dodgecoin) नहीं बेचा है.”

 

नई दिल्ली: टेस्ला ने इस साल दूसरी तिमाही में अपनी बैलेंस शीट में 93.6 करोड़ डॉलर नकद जोड़कर (Tesla second quarter balance sheet 2022) अपने बिटकॉइन का 75 प्रतिशत (Tesla sold 75 percent bitcoin) बेचा है, क्योंकि यह चट्टान की तरह गिरने वाली क्रिप्टोकरेंसी के बीच आर्थिक मंदी से निपट रहा है. पिछले साल, टेस्ला ने बिटकॉइन में 1.5 बिलियन डॉलर का निवेश किया था और घोषणा की थी कि वह बिटकॉइन को (Bitcoin as payment) भुगतान के रूप में स्वीकार करेगा.

विश्लेषकों के साथ दूसरी तिमाही की अर्निग कॉल में टेस्ला के सीईओ एलन मस्क (Tesla CEO Elon Musk) ने कहा कि कंपनी ने अपने बिटकॉइन होल्डिंग्स का एक हिस्सा बेचने का कारण ‘यह था कि हम अनिश्चित थे कि चीन में कोविड लॉकडाउन (China COVID lockdown) कब कम होगा.’ उन्होंने कहा, “इसलिए चीन में कोविड लॉकडाउन की अनिश्चितता को देखते हुए हमारे लिए अपनी नकदी की स्थिति को अधिकतम करना महत्वपूर्ण था. हम निश्चित रूप से भविष्य में अपने बिटकॉइन होल्डिंग्स (Tesla bitcoin holdings) को बढ़ाएंगे. इसलिए इसे बिटकॉइन पर कुछ फैसले के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए.”

मस्क ने कहा कि कंपनी चीन में शटडाउन को देखते हुए कंपनी के लिए समग्र तरलता को लेकर चिंतित है. उन्होंने कहा, “हमने अपना कोई भी डॉजक्वाइन (Tesla dodgecoin) नहीं बेचा है.” बिटकॉइन पर दो महीने से भी कम समय के बाद टेस्ला ने पर्यावरणीय नुकसान का हवाला देते हुए अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को खरीदने के लिए भुगतान मोड के रूप में लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर ब्रेक लगाया है…आईएएनएस

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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