भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान पटना के प्रशिक्षण एवं स्थानन विभाग ने व्यक्तित्व विकास और नेतृत्व कौशल पर आईआईटी पटना प्रांगण में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का विधिवत शुभारंभ अतिथियों को पुष्प गुच्छ देकर किया गया। आईआईटी पटना के प्रशिक्षण एवं स्थानन अधिकारी कृपा शंकर सिंह ने बताया कि “ इस कार्यशाला का उद्देश्य आगामी प्लेसमेंट सीजन की तैयारी में तेजी लाना और छात्रों के आत्मविश्वास को बढ़ाना रहा है”।

यह दो दिवसीय कार्यशाला रीडिफाइनिंग एप्टीट्यूड, इंटरव्यू टेक्निक, कम्युनिकेशन स्किल्स, ग्रुप डिस्कशन और भविष्य के अवसर एवं उनके चुनौतियों के लिए हम किस तरीके से खुद को तैयार कर सकते हैं, पर आधारित रहा। इस कार्यशाला में आत्मविश्वास एवं करैक्टर निर्माण पर भी काफी जोर दिया गया क्योंकि आज मल्टीनेशनल कंपनियां विद्यार्थियों के मजबूत आत्मविश्वास एवं दृढ़ निश्चयी चरित्र से काफी प्रभावित होते हैं और यह उनके इस गलाकाट प्रतिस्पर्धा के युग में सफलता की मंजिल को प्राप्त करने में सहायक होती है।

इस कौशल विकास प्रशिक्षण को संपन्न करने के लिए रिसोर्स पर्सन के रूप में मुंबई के श्री अनुराग शर्मा ने बहुत ही प्रभावी भूमिका निभाई। इस अवसर पर ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के प्रोफेसर इंचार्ज डॉ. अश्वनी असाम ने कहा कि आज के इस तेजी से बदलते हुए वैज्ञानिक वातावरण में व्यवस्थित प्रशिक्षण की सख्त आवश्यकता है और यह प्रशिक्षण छात्रों की सफलता की सीढ़ी साबित होगी।

इस कार्यशाला को सुचारू रूप से चलाने के लिए गौतम प्रकाश, अमित कुमार सिंह एवं राकेश कुमार ने समेकित प्रयास किये। यह कार्यशाला भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के बी.टेक, एम.टेक और एमएससी अंतिम वर्ष और प्री-अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए आयोजित की गई । छात्रों ने आईआईटी पटना की इस पहल की बहुत सराहना की और कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम हमारे करियर निर्माण के लिए बहुत प्रभावी रहा और प्रशिक्षण के चार सत्रों ने हमारी कई शंकाओं को दूर किया.

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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