बढ़ते प्रदूषण के इस दौर में अब इलेक्ट्रिक वाहनों का दौर आने वाले है इसमें कोई दोराह नहीं है। जी हां मगर पेट्रोल से चलने वाले वाहनों की तुलना में ज्यादा महंगे होने के चलते इलेक्ट्रिक वाहन आम आदमी की बस से बाहर लगते हैं। क्या आप भी ऐसा ही सोचते हैं? तो आप  बिलकुल गलत सोचते हैं, क्योंकि हम आपको आज ऐसे इलेक्ट्रिक स्कूटर के बारे में बता रहे हैं, जिसे आप महज एक OnePlus 9RT 5G स्मार्टफोन से भी कम दाम में खरीद सकते हैं। यकीन नहीं हो रहा है तो पूरे लेख को पढ़िए आपकी सोच बदल जाएगी।

Evolet Pony EZ की रेंज और पावर
पावर और स्पेसिफिकेशंस की बात की जाए तो Evolet Pony EZ एक ICAT सर्टिफाइड ई-स्कूटर है, जिसमें वाटरप्रूफ BLDC मोटर दी गई है जो कि 250 वॉट्स की पावर प्रदान करती है। रेंज की बात की जाए तो यह स्कूटर एक बार चार्ज होकर लो स्पीड में 90-120 किमी तक चल सकता है। अगर राइड कॉस्ट की बात करें तो यह 6 पैसे प्रति किमी की दर से चलता है। Pony दो वेरिएंट में आता है, जिसमें एक लीड एसिड बैटरी वाला 8-9 घंटे में फुल चार्ज होता है, वहीं दूसरा लिथियअ आयन बैटरी वाला 3-4 घंटे में चार्ज हो जाता है। Pony EZ में 48V/28 Ah VRLA लीड एसिड बैटरी दी गई है, वहीं Pony Classic में 48V/25 Ah लिथियम आयन बैटरी दी गई है। कलर ऑप्शन की बात करें तो यह स्कूटर White, Black, Red, Blue और Silver में उपलब्ध है। स्पीड की बात करें तो इस इलेक्ट्रिक स्कूटर की टॉप स्पीड 25 किमी प्रति घंटा है।

कंपनी बैटरी के साथ 1 साल की वारंटी देती है और मोटर के साथ 18 महीने की वारंटी देती है। डाइमेंशन के लिए इस स्कूटर की लंबाई 1750 mm, चौड़ाई 450 mm, सीट की ऊंचाई 800 mm, ग्राउंड क्लीयरेंस 180 mm, वजन 90 किलो और लोडिंग कैपेसिटी 150 किलो है। कीमत की बात की जाए तो Evolet Pony EZ की एक्स शोरूम कीमत लगभग 41,124 रुपये है।

कीमत की तुलना अगर OnePlus 9RT 5G के 12GB RAM 256GB स्टोरेज वेरिएंट से की जाती है तो वनप्लस फोन की कीमत 46,999 रुपये है, जो कि Evolet Pony EZ से ज्यादा बैठती है।

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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