मैं इंसान हूं मुझे तराजू मे न तोलो
मैं इंसान हूं, मुझे तराजू में न तोलो, मेरे कोमल हृदय को तुम यूं न टटोलो, वहां भी तुम्हें एक…
खबर और साहित्य
मैं इंसान हूं, मुझे तराजू में न तोलो, मेरे कोमल हृदय को तुम यूं न टटोलो, वहां भी तुम्हें एक…
इस पुस्तक में एक विचित्र सा बहाव है, एक अल्हड़पन है। आयु के साथ एकाग्रता कम हो जाती है। पहले…