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विश्वेश्वरैया भवन अग्किांड में सफाईकर्मी की मौत । मामले की जांच करेगी 6 सदस्यीय टीम ।एक सप्ताह तक अध्ययन कर देगी रिपोर्ट।
पटना के विश्वेश्वरैया भवन में लगी आग में दम घुटने से सफाईकर्मी की मौत हो गई। बुधवार को लगी भीषण आग के दौरान पुलिस और फायरब्रिगेड के जवानों ने सफाईकर्मी को रेस्क्यू कर निकाला था। बेहोशी की हालत में ब्रजेश कुमार को पीएमसीएच में भर्ती करवाया गया था, जहां इलाज के दौरान गुरुवार को उसकी मौत हो गई। वहीं, अग्निकांड के लिए सरकार ने जांच टीम गठित की है। इस संबंध में भवन निर्माण विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। भवन निर्माण विभाग ने आग मामले में 6 सदस्य कमेटी गठित की है। यह कमेटी जांच के बाद 1 सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देगी। भवन निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख राकेश कुमार को जांच टीम का अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं असीम कुमार मुख्य अभियंता सदस्य, वरुण कुमार सिंह मुख्य अभियंता सदस्य, चंद्रशेखर प्रसाद सिंह उप सचिव सदस्य, उमेश कुमार मंडल अधीक्षण अभियंता सदस्य और विपिन कुमार अधीक्षण अभियंता सदस्य बनाए गए हैं। यह टीम एक सप्ताह तक गहन अध्ययन करेगी और रिपोर्ट तैयार कर विभाग को सौंपेगी। भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने यह आदेश जारी किया है। बता दें कि 11 मई को सचिवालय के विश्वेश्वरैया भवन के पांचवें और छठे तल पर आग लगी थी। आग की वजह से सरकार को भारी नुकसान हुआ है। ग्रामीण कार्य विभाग में आग ने भारी तबाही मचाई और बड़ी संख्या में महत्वपूर्ण फाइलें व कागजात स्वाहा हो गये। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी गुरूवार की शाम विश्वेश्वरैया भवन जाकर स्थिति का जायजा लिया था। इससे पहले वहां भवन निर्माण सचिव डा. कुमार रवि और डीजी शोभा अहोतकर समेत कई अधिकारी पहुंचे थे।
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मृतक के पत्नी को दी गई चार लाख की अनुदान राशि
पटना। मृतक के पत्नी को बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने चार लाख रुपये की अनुदान राशि दी है। गुरुवार को मृतक की पत्नी को अुनग्रह राशि का चेक सौंपा गया है। मृतक सफाई कर्मी फुलवारी स्थित चांदपुर बेला का रहने वाला था। आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सफाई कर्मी जगदीश प्रसाद उस दौरान विश्वेश्वरैया भवन में मौजूद थे। भवन में आग लगते ही उन्हें भवन से तुरंत बाहर निकाल लिया गया था। भवन से बाहर निकलते समय वे ठीक थे। बाद में उनके द्वारा सांस लेने में शिकायत मिलने पर उन्हें गर्दनीबाग अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया। इसके बाद चिकित्सकों ने उन्हें पीएमसीएच रेफर कर दिया। पीएमसीएच में इलाज के दौरान देर रात उनकी मौत हो गई। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आपदा राहत के प्रावधान के अनुसार उनकी पत्नी सकली देवी को चार लाख रुपये की अनुग्रह अनुदान राशि प्रदान की गई है। साथ ही आउटसोर्सिंग एजेंसी को भी निर्देशित किया गया है कि वे मृतक के आश्रित को समुचित मुआवजा देंगें।