ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधि, श्रमिक नेता अमृतसर में L20 बैठक में भाग लेंगे


भारतीय मजदूर संघ का लोगो।

ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधि, श्रमिक नेता और 20 देशों के विशेषज्ञ रविवार से यहां आयोजित होने वाले जी20 के एक प्रमुख सगाई समूह लेबर20 (एल20) के दो दिवसीय इंसेप्शन इवेंट में भाग लेंगे।

भारतीय मजदूर संघ (BMS) Labour20 सगाई समूह की मेजबानी कर रहा है। एल20 के अध्यक्ष बीएमएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हिरण्मय पंड्या होंगे।

पंड्या ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान एल20 की स्थापना बैठक में प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे।

बैठक के विवरण को रेखांकित करते हुए, पांड्या ने कहा कि प्रारंभिक बैठक में प्रमुख स्थायी आजीविका और रोजगार से संबंधित विषयों पर चर्चा करने की योजना है, जिसमें सामाजिक सुरक्षा का सार्वभौमिकरण, अनौपचारिक श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा; और कौशल प्रशिक्षण और कौशल उन्नयन।

वैश्विक श्रम परिदृश्य में कुछ नए रुझान जैसे कि जी20 देशों में रोजगार के नए अवसर, स्थायी सभ्य काम को बढ़ावा देना, और मजदूरी पर देश के अनुभवों को साझा करना भी एल20 स्थापना कार्यक्रम में विचार-विमर्श का विषय होगा।

प्रो. संतोष मेहरोत्रा, डॉ. प्रवीण सिन्हा, प्रो. रवि श्रीवास्तव और एडवोकेट सीके साजी नारायणन जैसे श्रम मुद्दों के जाने-माने विशेषज्ञ भी विचार-विमर्श में भाग लेंगे।

L20 G20 के 11 सगाई समूहों में से एक है। L20 विश्व स्तर पर श्रम क्षेत्र में नवीनतम रुझानों के आलोक में श्रम और रोजगार की चिंताओं और मुद्दों पर चर्चा करता है।

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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