मड़ीवाला पुलिस ने एक आजीवन कारावास के दोषी को गिरफ्तार किया है जो 15 साल से फरार था और बेलटांगडी में ‘आयुर्वेदिक चिकित्सक’ के रूप में अभ्यास कर रहा था।
पीएसआई किशोर बीटी के नेतृत्व में एक टीम ने मामले को आगे बढ़ाया और आरोपी सुहैल को ट्रैक किया, जिसने अपना नाम बदलकर मोहम्मद अयाज रख लिया था और विभिन्न बीमारियों के लिए लोगों का इलाज कर रहा था।
पुलिस के अनुसार, 43 वर्षीय सुहैल और उसके सहयोगी एक पूर्व रक्षा कर्मी की हत्या में शामिल थे, जो क़ीमती सामान लूटने के लिए 2000 में पुणे से मड़ीवाला में एक ट्रक चला रहा था। बाद में झगड़े को लेकर वह गिरोह से बाहर हो गया और गिरफ्तार हो गया। सुहैल को 2004 में उसके साथियों के साथ आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। जेल में रहने के दौरान उसने आंखों पर पट्टी बांधकर शतरंज खेलने के लिए कई खिताब जीते थे और कई प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की थी।
इसका इस्तेमाल कर बीमार मां की देखभाल के लिए उसे एक महीने का पैरोल मिला और फरार हो गया। वे बेलटंगड़ी गए और अपने झोलाछाप कौशल का उपयोग करते हुए आयुर्वेदिक चिकित्सा का अभ्यास शुरू किया और अपना नाम बदलकर वहीं बस गए।
पुलिस को अपराध में उसके सहयोगियों से सुराग मिला और एक टीम के उसके घर जाने और उसे गिरफ्तार करने से पहले एक पृष्ठभूमि की जाँच की।