नई दिल्‍ली। ग्‍लोबल कायस्‍थ कांफ्रेंस (जीकेसी) ने 35 जाने-माने विभूतियों को महादेवी वर्मा स्मृति सम्मान-2023 से सम्‍मानित किया है। दिल्‍ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के ‘कमला देवी कॉम्‍पलेक्‍स’, मल्‍टीपपर्स हॉल में आयोजित सम्‍मान समारोह में पिछले वर्ष की भांति इस साल भी यह सम्‍मान साहित्‍य, शिक्षा, कला, फिल्‍म, संगीत और प‍त्रकारिता के क्षेत्र में उत्‍कृष्‍ट योगदान के लिए प्रदान किया गया।
इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने महादेवी वर्मा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की चर्चा करते हुए कहा कि कायस्थ समाज हर क्षेत्र में अग्रणी रहा है लेकिन आज इस समाज के एकजुट नहीं रहने के कारण इसे काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है । उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रीय स्तर पर कायस्थों को एकजुट रहना समय की मांग है ।
जीकेसी के ग्‍लोबल अध्‍यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि कायस्‍थ समाज का उत्‍थान हमारी पहली प्राथमिकता है। उन्‍होंने कहा कि अपनी प्रतिभा का समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अलख जगाने वाले कायस्थ समाज के विभूतियों और अन्‍य को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए महादेवी वर्मा स्मृति सम्मान दिया गया है।
श्री प्रसाद ने बताया कि जीकेसी देश एवं विदेश में रहने वाले कायस्‍थ समाज का एक प्‍लेटफॉर्म है, जो समाज के हित में दो वर्ष से ज्‍यादा समय से कार्यरत है। उन्‍होंने कहा कि जीकेसी के तहत कायस्‍थ समाज के हित में कार्यरत सैकड़ों संगठन जुड़कर काम कर रहे हैं। इन सभी संगठनों के सहयोग से जीकेसी कायस्‍थ समाज के शैक्षणिक, आर्थिक, सांस्‍कृतिक विकास के साथ-साथ उनके उत्‍थान के लिए प्रयासरत है।
महादेवी वर्मा स्‍मृति सम्‍मान समारोह का उद्घाटन पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं लोकसभा सांसद शत्रुघन सिन्‍हा, ग्‍लोबल अध्‍यक्ष राजीव रंजन प्रसाद, जीकेसी की प्रबंध न्‍यासी रागिनी रंजन और दिल्‍ली प्रदेश अध्‍यक्ष ई. सुनील कुमार श्रीवास्‍तव सहित कार्यक्रम में उपस्थित अन्‍य गणमान्‍य महानुभावों ने दीप प्रज्‍वलित कर किया।
राजधानी दिल्‍ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर ‘कमला देवी कॉम्‍पलेक्‍स’, मल्‍टीपपर्स हॉल में आयोजित सम्‍मान समारोह में डॉ. प्रियरंजन त्रिवेदी, कमल नारायण दास और शेफालिका वर्मा को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया। वहीं, ज्ञानेंद्र रावत, डॉ. राकेश भटनागर, ई. पुष्पांजलि वर्मा, डॉ. पूनम कर्ण, डॉ मीरा श्रीवास्तव, डॉ अमिताभ श्रीवास्तव, डॉ. शैलेंद्र के. सक्सेना, डॉ. निरुपमा श्रीवास्तव, डॉ. मंजू सक्सेना, अभय वर्मा, मधु बाला श्रीवास्तव, कौशलेंद्र कुमार दास, शीला गौर, जुबिन सिन्हा, आनंद सिन्हा, अनिल कुमार दास, दिवाकर वर्मा, सोमिका श्रीवास्तव, अशोक श्रीवास्तव, अशोक श्रीवास्तव, निर्दोष कुमार, रुचिता सिन्हा, अकु श्रीवास्तव, पंकज कर्ण, गिरीश माथुर, अनूप अस्थाना, सुषमा श्रीवास्तव, संजय रायजादा, डॉ महीप भटनागर, मनीष बादल, केबी अस्थाना और रीमा सिन्हा को महादेवी वर्मा सम्‍मान दिया गया। यह जानकारी राष्ट्रीय महासचिव अनुराग सक्सेना एवं मीडिया अध्‍यक्ष प्रजेश शंकर ने जानकारी दी।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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