होम क्रेडिट इंडिया के एक सर्वेक्षण में कहा गया है कि भारत में 50 प्रतिशत से अधिक उधारकर्ताओं ने खरीदारी के दौरान या किसी क्रेडिट उद्देश्य के लिए ईएमआई कार्ड को प्राथमिकता दी है। हाउ इंडिया बॉरोज़ 2022 अध्ययन दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, लखनऊ, पटना, रांची और चंडीगढ़ सहित 16 शहरों में आयोजित किया गया था।
अध्ययन में 18 से 55 वर्ष के बीच के 1,500 कर्जदारों को शामिल किया गया, जिनकी औसत आय 30,000 रुपये प्रति माह थी। ‘तेजी से विकसित हो रहे उपभोक्ता उधार व्यवहार’ को समझने के लिए किए गए अध्ययन में कहा गया है कि 75 प्रतिशत कर्जदारों ने उपभोक्ता उत्पादों, घरेलू उपकरणों, घर के नवीनीकरण और व्यावसायिक उद्देश्यों को खरीदने के लिए ऋण लिया।
इनमें से 50 फीसदी कर्जदारों ने खरीदारी या अन्य क्रेडिट उद्देश्यों के लिए ईएमआई कार्ड को प्राथमिकता दी। क्रेडिट कार्ड का उपयोग 25 प्रतिशत उधारकर्ताओं द्वारा किया गया था, जबकि ‘अभी खरीदें, बाद में भुगतान करें’ क्रेडिट प्लेटफॉर्म को केवल 10 प्रतिशत लेने वाले मिले।
होम क्रेडिट इंडिया के सर्वेक्षण के अनुसार, उधारकर्ताओं ने समय पर अनुमोदन और त्वरित संवितरण के साथ ईएमआई कार्ड को भरोसेमंद पाया। दूसरी ओर, 60 प्रतिशत उधारकर्ताओं, मुख्य रूप से टियर 1 और टियर 2 शहरों से मिलेनियल्स या जेन जेड ने ‘एम्बेडेड फाइनेंस’ में रुचि दिखाई, जिसमें किफायती वित्तपोषण के लिए ई-कॉमर्स खरीदारी को ईएमआई में परिवर्तित करना शामिल है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि कर्जदार बेंगलुरु (82%), पटना (74%), लखनऊ (69%), लुधियाना (68%) और जयपुर (68%) जैसे शहरों में फैले हुए हैं।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि जयपुर, पुणे, लुधियाना, लखनऊ और चंडीगढ़ जैसे शहरों के कर्जदारों में से 50 प्रतिशत ने व्हाट्सएप चैट के माध्यम से ऋण आवेदन की इच्छा व्यक्त की। चैटबॉट्स और मोबाइल बैंकिंग भी ऋण आवेदन दाखिल करने के पसंदीदा तरीके थे।
सर्वेक्षण के अनुसार, 40 प्रतिशत उधारकर्ताओं ने कहा कि वे प्रसिद्ध संगठनों से व्यक्तिगत वित्त जैसे क्षेत्रों में आर्थिक रूप से शिक्षित होना चाहते हैं।