-जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने पूछा, सरकार और विपक्ष के लिए बाढ़ मुद्दा क्यों नहीं
-बिहार में बढ़ते अपराध के मुद्दों पर सदन में चर्चा क्यों नहीं

पटना। जनअधिकार पार्टी (जाप) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने बिहार में बढ़ते अपराध और बाढ़ के मुद्दे पर सरकार और विपक्ष को आड़े हाथ लिया।
उन्होंने कहा कि एक तरफ राज्य में अपराधी बेलगाम हो रहे हैं और दूसरी तरफ कोसी-सीमांचल के लोग बाढ़ की समस्या झेल रहे हैं। लेकिन सत्ता और विपक्ष के लोग सिर्फ कुर्सी का खेल खेलने में लगे हैं। उनके लिए नंबर एक और नंबर दो पार्टी ही सिर्फ मुद्दा बनकर रह गया है।
पटना में शुक्रवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में श्री पप्पू ने कहा कि पटना, हाजीपुर, नालंदा सहित पूरा बिहार अपराध का पर्याय बन चुका है। हाजीपुर में एक सप्ताह के अंदर 12 हत्याएं हुईं। स्वर्ण व्यापारियों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। पूरे बिहार में पत्रकारों पर हमले हो रहे हैं।
उन्होंने सवाला उठाया कि अपराध जैसी चीजें सरकार या विपक्ष के लिए कोई मुद्दा क्यों नहीं है। क्या कारण है कि एक सप्ताह विधानसभा चली और इन हत्याओं व अन्य अपराधों पर कोई चर्चा नहीं हुई। शिवहर में स्थिति तनावपूर्ण है जबकि एकबार भी शिवहर का मुद्दा सदन में नहीं उठा।
आज स्थिति ये है कि सत्ता पक्ष के लिए मुद्दा है ‘हिन्दु-मुस्लिम’ और विपक्ष के लिए मुद्दा है ‘जातिवाद’। सामाजिक सौहार्द के हर मुद्दे पर ये लोग कहां गायब हो जाते हैं। पहली बार देश में ऐसी राजनीति हो रही है जब पक्ष और विपक्ष दोनों अपराधी और दंगाई की पहचान कपड़ों से कर रहा है। इनकी राजनीति का डीएनए ही नफरत पर आधारित है।
कोसी सीमांचल के लोग पलायन, बेरोजगारी, गरीबी और बीमारी झेल रहे हैं जबकि सदन और सदन से बाहर सिर्फ कुर्सी का खेल चल रहा है।
श्री पप्पू यादव ने देश में नफरत और अपराध के मुद्दे पर केंद्र्न सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि नुपूर के बयान से देशभर में नफरत का माहौल बना। जबकि उसकी गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई। उदयपुर की घटना पर 48 घंटे के अंदर अपराधियों को सजा मिलनी चाहिए थी।प्रेस कांफ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र कुशवाहा और राष्ट्रीय महासचिव राजेश रंजन पप्पू मौजूद ,प्रदेश महासचिव डॉ अवधेश लालू मौजूद थे.

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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