गया। ग्रामीण कार्य विभाग ग्रामीणों को आवागमन की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कृतसंकल्पित है और इसके लिए हर संभव कदम उठा रही है। इसी के मद्देनजर शनिवार को ग्रामीण कार्य विभाग, पटना के मुख्य अभियंता-1 खलीकुज्जमा की अध्यक्षता में बिहार ग्रामीण पथ अनुरक्षण नीति 2018, मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना एवं प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत वर्तमान में आमंत्रित/प्रकाशित सभी निविदाओं के वृहद प्रचार-प्रसार एवं अधिकतम निविदाकारों की सहभागिता हेतु ग्रामीण कार्य विभाग, गया एवं औरंगाबाद अंचल के तत्वावधान में यहां बैठक आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए मुख्य अभियंता श्री खलीकुज्जमा ने कहा कि बेहतर सड़क निर्माण से विकास का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने समाज व देश के विकास में संवेदकों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि ग्रामीण कार्य विभाग से निकाली जा रहे निविदा में अधिक से अधिक संवेदकों की भागीदारी हो इसको लेकर विभाग की ओर से पहल की गयी है। उनके द्बारा कहा गया कि संवेदकों की संख्या अधिक रहने से निविदा अधिक निष्पक्ष एवं पारदर्शी होगी। मुख्य अभियंता खलीकुज्जमा ने संवेदकों को बताया कि निविदा में आवश्यक कागजात ही संलग्न करें। उन्होंने बताया कि निविदा में वैसे गलत कागजात नहीं प्रस्तुत करें जिससे तकनीकी बिड असफल किया जा सके। उन्होंने कहा कि निविदा में जमा किए जा रहे कागजातों की अच्छी तरह से जांच कर लें तभी निविदा समर्पित करें। उन्होंने संवेदकों से कहा कि कार्य की गुणवत्ता में किसी प्रकार की कमी नहीं करें। गुणवत्तापूर्ण कार्य करने पर भविष्य में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। बैठक में उपस्थित संवेदकों ने सड़क निर्माण मटेरियल निर्धारित लीड पर नहीं मिलने से अन्य स्थानों का लीड स्वीकृत करने एवं ग्रुप में निकाली गई निविदा का ग्रुप तोड़ने की मांग की। बैठक में संवेदकों को ग्रामीण कार्य विभाग अंतर्गत विभिन्न योजनाओं की निविदा प्रक्रिया में भाग लेने हेतु आमंत्रित व जागरूक किया गया। बैठक में ग्रामीण कार्य विभाग, गया अंचल के अधीक्षण अभियंता सत्येन्द्र राय, औरंगाबाद अंचल के अधीक्षण अभियंता मोहम्मद अरशद, ग्रामीण कार्य विभाग, गया प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता मो. शाहिद अशरफ, टेकारी के कार्यपालक अभियंता भूपेश कुमार, इमामगंज के कार्यपालक अभियंता शिव शंकर गुप्ता, शेरघाटी के कार्यपालक अभियंता श्रीकांत प्रसाद, रजौली के कार्यपालक अभियंता अरविद कुमार, नीमचक बथानी के कार्यपालक अभियंता बाबू लाल प्रसाद, नवादा के कार्यपालक अभियंता अभिषेक कुमार, कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार, अशोक प्रसाद , कार्यपालक अभियंता रंजीत कुमार, कार्यपालक अभियंता अभिषेक आनंद, सहायक अभियंता दिव्या रानी, मोहम्मद असलम, रोहित कुमार, मोहम्मद शफीक अंसारी, विपिन बिहारी सिह, अभिमन्यु तांती, कनीय अभियंता अर्जुन कुमार, अविनाश कुमार, रविशंकर कुमार, सनी कुमार, सूरज कुमार पाण्डेय के साथ-साथ संवेदकों में प्रेम शंकर कुमार द्बिवेदी, सूबेदार यादव, सुनील कुमार, रामरतन कुमार, कौशलेंद्र कुमार कामत, सरिता देवी, देवधारी यादव, सत्येंद्र नारायण सिह आदि मौजूद थे। समझा जाता है कि गया में मुख्य अभियंता खलीकुज्जमा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के बाद ग्रामीण पथों के निर्माण में तेजी आने के साथ ही उसका रख-रखाव भी बेहतर होने की संभावना है। ग्रामीण क्ष्ोत्रों में सड़कों के निर्माण से लोगों को आवागमन की बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
By anandkumar
आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।