गाली सुनना जहां श्रृंगार बन जाए और रूठ जाना जहां परम्परा,वहाँ आगे कुछ भी कहने को रह नहीं जाता। भोजपुरी लोकगीतों की एक बहुत समृद्ध परंपरा रही है। टूटे-फूटे सीधे-साधे ये शब्द आज तक नही बता सके कि इनका रचनाकार कौन है और इसकी धुन किसने बनाई है! फिर भी न जाने कबसे जनता की जबान पर ये गीत उसी प्रेम से गाए जाए रहें हैं। इधर गाने-बजाने की दुनिया रीक्रिएशन के दौर से गुजर रही है। संगीत का संक्रमण काल कहूँ तो गलती न होगी। नए-नए शब्द, भाव भंगिमा को जोड़कर पुराने को प्रासंगिक बना देने की एक होड़ सी है।
इधर कुछ दिन पहले की बात है, एक गीत वायरल हुआ था, जिसमें नायिका अपने नायक से कह रही है कि सत्तर जिला भोजपुरी के ओकरा आगे पटना, बतावा दूल्हे राजा, दहेज लेबा कातना.. ? दूल्हा नधियाकर कहता है, हाथी लेबे घोड़ा लेबो लेहब हीरो होंडा..! इतना सुनने के बाद तो क्रांतिकारी कन्या डंडा उठा लेती है और धीरे से कहती है, लगाईब चार डंडा दिमाग होई ठंडा…” पता नही उसके बाद दूल्हे का समाचार प्राप्त नहीं हो पाता।

मैनें जब पहली बार ये सुना तो बहुत हँसी आई। साथ ही अफ़सोस भी हुआ कि हमारे समाज में ऐसी हिम्मती कन्याएं कहाँ हैं ? आज शादी-ब्याह और तिलक के अवसर पर जिन आँगनों में ये गीत गाए भी जाते हैं, वो आंगन भी दहेज के सामान से भरे रहतें हैं। बावजूद इसके मुझे व्यक्तिगत तौर पर लगता है कि उस लड़की द्वारा वो डंडा लगाने की आवाज़ कम नही होनी चाहिए। बस उसी आवाज़ में क्रांति का एक सुर ऊपर करके मैंने इसका रिक्रिएशन वर्जन लिखा है।
जिसे आवाज़ दिया है, मिथिला की बेटी Priya Mallick जी ने। प्रिया बॉलीवुड में गाती हैं..इधर महारानी वेबसीरीज के तीसरे सीजन में भी उन्होंने गाया है। वीडियो में अभिनय किया है रानी लक्ष्मीबाई टीवी सीरियल की मनु Ulka Gupta जी। और गैंग्स ऑफ वासेपुर में ‘हमनी के छोड़के नगरिया हो बाबा” वाले दीपक ठाकुर जी ने।
और हं, इधर भोजपुरी में धीरे-धीरे ही सही, कुछ बहुत बढ़िया हो रहा…सार्थक गीत और फ़िल्म बनाने वाले जुड़ रहें हैं। Shailendra Dwivedi भैया, उसी में से एक हैं.. पेशे से इंजीनियर हैं..घर देवरिया है। रहते सिंगापुर हैं..और वहीं से रहकर अपनी मातृभाषा के लिए इस डेडिकेशन के साथ काम करते हैं कि एक बार फोन करके बोल दें कि अतुल भाई हई करे के बावे.. तो मना करने की हिम्मत नही हो पाती।
इनका चैनल है भोजपुरी आईटी सेल, अच्छा गीत संगीत लगातार इस पर आ रहा है। शैलेन्द्र भैया के इस प्रयास को सलाम..और साथ ही रउरा सब भी सुन के बताई की कइसन लागल और शेयर करीं।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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