पटना,इंडियन चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स , आस्ट्रिक सलूशन और इंडोनेशिया एम्बेसी के द्वारा बिहार, पटना में द्विपक्षीय व्यापार पे चर्चा की गयी। चर्चा की अध्यक्ष्ता इंडोनेसिया एम्बेसी के श्री बोना कुसमा (ट्रेड अट्ठाचे) ने की , इंडियन चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स के चेयरमैन प्रभात सिन्हा एवं आस्ट्रिक सलूशन के निदेशक प्रवीण कुमार द्वारा बिहार में बढ़ रही द्विपक्षीय व्यापार की सम्भवना पे इंडोनेशिया एम्बेसी को जानकारी दी । श्री बोना कुसमा ने बिहार के साथ बायो-फ्लॉक मछली पालन विधि , पाम आयल , स्वस्थ सम्बन्धी विषय पे चर्चा की और बिहार के साथ टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की इच्छा जताई। उन्होंने अपने सम्बोधन में बताया की इंडिया के साथ इंडोनेसिया का निर्यात पिछले एक साल में लगभग 60 परसेंट की बढ़त हुई है। इंडोनेशिया में इसी साल हो रहे समिट एवं एक्सपो की जानकारी श्री बोना कुसमा ने सभी सदस्य को दी और और बिहार के साथ कृषि , आईटी , एजुकेशन सेक्टर में मिल कर काम करने की अपील सभी सद्श्ये से की। इस द्विपक्षीय चर्चा में संजय गोयनका (हेबे फाइनेंसियल लिमिटेड), डॉ मनीष मंडल – IGIMS, भावना वर्मा, नेशनल स्किल डेवलपमेंट कारपोरेशन (NSDC) से, बिपिन कुमार,सीनियर लेक्चरर ,अर्चन देब आदि की उपस्थिति रहे और अपने विचार से इंडोनेशिया के प्रतिनिधि मण्डल को औगत कराया। बिहार एक कृषि प्रधान और युवा प्रदेश के रूप में जाना जाता है जो आज कल बहुत तेज़ी से अपने इंफ़्रा सेक्टर, शिक्षा और स्वास्थ और कौशल विकास के साथ साथ उद्यमता पर फोकस करके एक मिशन मोड रूप से प्रगति के पथ पर है । हमारा प्रदेश अपने पड़ोसी और अग्रणी देशों के साथ समेकित रूप से अपनी सहभागिता के लिया संकल्पित है। हम लोग मिलकर अपने प्रदेश और देश को आगे ले जानें के लिया इस तरह के प्रयास की बहुत संभावना है। आज के इस bilateral ट्रेड और इंडस्ट्री मीटिंग को हमे आगे भी जारी रखकर हम एक दूसरे को मदद्द ही नहीं परन्तु दोनों का चतुर्मुखी विकास कर सकते है। डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में भी हम अपने और दूसरे साथी देश तो मदद्द कर समावेशी विकास और प्रगति कर सकते है। यहाँ व्यापार के लिया कृषि, इंफ़्रा सेक्टर, शिक्षा, स्वास्थ और कौशल विकास की अपार संभावना है जिसको एक मिशन मोड रूप अग्रसित कर सकते है।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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