कुछ तो लोग कहेंगे – आप लोगों की मानकर कोई काम बंद तो नहीं कर रहे?
घटना कोई भी हो, टीका-टिप्पणी तो जरूरी है न? भारत में ही नहीं, विश्व भर में ये परंपरा ही है…
खबर और साहित्य
घटना कोई भी हो, टीका-टिप्पणी तो जरूरी है न? भारत में ही नहीं, विश्व भर में ये परंपरा ही है…
लेखक – डॉ. दिनेश चन्द्र मिश्र गुजराती में एक कहावत है, “छतरी पलटी गयी, कागड़ी थई गई”। जिसका अर्थ होता…
लेखक – प्रह्लाद सबनानी, सेवा निवृत्त उप महाप्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक कई अनुसंधान प्रतिवेदनों के माध्यम से अब यह सिद्ध…
दीपावली के नजदीक आते ही “कुछ मीठा हो जाये” वाला प्रचार कहीं न कहीं सुनाई दे जाता है। कभी कभी…
फिलोसोफी के प्रोफेसर अपनी कक्षा के सामने खड़े थे। छात्र-छात्राओं ने उन्हें देखा लेकिन रोज की तरह अपना लेक्चर शुरू…
राष्ट्र भक्ति के जज्बे एवं आध्यात्म में रची बसी राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने राजघराने की आराम भरी जिंदगी को न…
अक्तूबर 11, 1916 की वह शरद पूर्णिमा की रात। उस रात महाराष्ट्र के परभणी जिले के हिंगोली तालुका के कडोली…
लेखक – मुरली मनोहर श्रीवास्तव “जेपी आंदोलन के से देश में हलचल पैदा हुई और 1977 में हुए चुनाव में…
लेखक – डॉ. आनंद सिंह राणा, श्रीजानकीरमण महाविद्यालय ‘वीरांगना परम आदरणीय, दुर्गा भाभी’ : तथाकथित सुनहरे इतिहास के पन्नों में…
अर्जुन कृष्ण प्रसंग:- कलयुग मे अराजकता क्या होता है ?
अर्जुन कृष्ण प्रसंग कलयुग मे ! अर्जुन :- अराजकता की स्थिती क्या होती है ? और ये कब बन जाता…