साप्ताहिक पंचांग फरवरी 17-23: महा शिवरात्रि, ग्रह गोचर, शुभ


इस सप्ताह, महा शिवरात्रि का हिंदू त्योहार भगवान शिव के सम्मान में मनाया जाएगा, जो नई शुरुआत के लिए एक महत्वपूर्ण समय है। हालांकि कोई महत्वपूर्ण ग्रह पारगमन की उम्मीद नहीं है, अनुकूल मुहूर्त शादी, संपत्ति के लेनदेन और पंजीकरण जैसे शुभ आयोजनों को सक्षम बनाएंगे। आइए नई दिल्ली, एनसीटी, भारत में सप्ताह के लिए महत्वपूर्ण पंचांग विवरणों में तल्लीन करें।

शुभ मुहूर्त इस सप्ताह

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, शुभ मुहूर्त के दौरान किए गए कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं। एक शुभ मुहूर्त हमें हमारे प्रारब्ध के अनुसार सर्वोत्तम संभव परिणाम प्रदान करता है यदि हम लौकिक समयरेखा के अनुरूप कार्य निष्पादित करते हैं। इसलिए किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करते समय मुहूर्त का ध्यान रखना आवश्यक होता है। विभिन्न कार्यों के लिए इस सप्ताह के शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं:

विवाह मुहूर्त: विवाह के लिए शुभ मुहूर्त 17 फरवरी (08:28 PM से 11:45 PM), 22 फरवरी (06:54 AM से 06:53 AM, 23 फरवरी) और 23 फरवरी (06:53 AM से 02:23 PM) )

गृह प्रवेश मुहूर्त: गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त 22 फरवरी (06:54 AM से 03:24 AM, 23 फरवरी) और 23 फरवरी (01:33 AM से 03:44 AM, 24 फरवरी) को है।

संपत्ति क्रय मुहूर्त: संपत्ति के पंजीकरण या खरीद के लिए शुभ मुहूर्त 17 फरवरी (06:58 पूर्वाह्न से 08:28 अपराह्न) और 23 फरवरी (06:53 पूर्वाह्न से 03:44 पूर्वाह्न, 24 फरवरी) को उपलब्ध है।

वाहन क्रय मुहूर्त: इस सप्ताह वाहन खरीदने का कोई शुभ मुहूर्त नहीं है

आगामी ग्रह गोचर इस सप्ताह

वैदिक ज्योतिष में, ग्रह गोचर विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे जीवन में परिवर्तन और प्रगति की भविष्यवाणी करने का प्रमुख तरीका हैं। ग्रह दैनिक आधार पर चलते हैं और इस प्रक्रिया में कई नक्षत्रों और राशियों से गुजरते हैं। यह हमें घटनाओं की प्रकृति और विशेषताओं को समझने में मदद करता है जैसे वे घटित होती हैं। इस सप्ताह आने वाले पारगमन इस प्रकार हैं:

शुक्र 18 फरवरी, शनिवार को दोपहर 1:04 बजे उत्तर भाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करेगा

सूर्य शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश 20 फरवरी दिन सोमवार को 12 बजकर 21 मिनट पर

राहु अश्विनी नक्षत्र में प्रवेश 20 फरवरी, सोमवार को रात्रि 10 बजकर 54 मिनट पर

केतु का गोचर स्वाति पद 20 फरवरी, सोमवार को रात्रि 10:54 बजे

बुध 23 फरवरी, गुरुवार को दोपहर 1 बजकर 28 मिनट पर धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करेगा

इस सप्ताह आने वाले त्यौहार

महा शिवरात्रि (शनिवार, 18 फरवरी): यह एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो भगवान शिव के सम्मान में प्रतिवर्ष मनाया जाता है। त्योहार फाल्गुन के हिंदू महीने में अमावस्या की 14 वीं रात को पड़ता है। महा शिवरात्रि भगवान शिव का उत्सव है, जिन्हें विनाश और उत्थान का देवता माना जाता है। यह त्योहार भक्तों के लिए भगवान शिव के प्रति अपने प्रेम, भक्ति और कृतज्ञता को व्यक्त करने का एक तरीका है।

द्वापर युग (19 फरवरी रविवार): द्वापर युग को त्रेता युग और कलियुग के बीच एक संक्रमण काल ​​​​माना जाता है, और यह महान आध्यात्मिक और बौद्धिक विकास का समय माना जाता है।

फाल्गुन अमावस्या (सोमवार, 20 फरवरी): एक हिंदू त्योहार है जो फाल्गुन मास की अमावस्या के दिन पड़ता है। इसे महा शिवरात्रि के रूप में भी जाना जाता है और भगवान शिव की पूजा करने के लिए एक शुभ दिन माना जाता है। भक्त उपवास करते हैं, अनुष्ठान करते हैं, और भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए प्रार्थना करते हैं।

फुलेरा दूज (मंगलवार, 21 फरवरी): फुलेरा दूज ब्रज क्षेत्र में विशेष रूप से मथुरा और वृंदावन में बहुत महत्व रखती है। यह हिंदू कैलेंडर में फागुन महीने के उज्ज्वल पखवाड़े के दूसरे दिन पड़ता है और वसंत पंचमी और होली के बीच पड़ता है। इस अवसर को कृष्ण मंदिरों में एक अनोखे दर्शन के साथ मनाया जाता है, जिसमें भगवान कृष्ण को आगामी होली उत्सव के लिए तैयार होने का प्रदर्शन किया जाता है।

इस सप्ताह अशुभ राहु कलाम

वैदिक ज्योतिष के अनुसार राहु एक अशुभ ग्रह है। ग्रहों के गोचर के दौरान राहु के प्रभाव वाले समय में कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए। इस समय के दौरान शुभ ग्रहों को प्रसन्न करने के लिए पूजा, हवन या यज्ञ करने से राहु अपने अशुभ स्वभाव के कारण हस्तक्षेप करता है। कोई भी नया काम शुरू करने से पहले राहु काल का विचार करना जरूरी है। ऐसा करने से मनोवांछित फल मिलने की संभावना बढ़ जाती है। इस सप्ताह राहु काल का मुहूर्त इस प्रकार है:

17 फरवरी: सुबह 11:11 बजे से दोपहर 12:35 बजे तक

18 फरवरी: 09:46 पूर्वाह्न से 11:11 पूर्वाह्न तक

19 फरवरी: शाम 04:49 से शाम 06:14 बजे तक

20 फरवरी: 08:20 पूर्वाह्न से 09:45 पूर्वाह्न तक

21 फरवरी: दोपहर 03:25 से शाम 04:50 बजे तक

22 फरवरी: दोपहर 12:35 से दोपहर 02:00 बजे तक

23 फरवरी: दोपहर 02:00 बजे से दोपहर 03:26 बजे तक

पंचांग प्रचलित ग्रहों की स्थिति के आधार पर दिन-प्रतिदिन के कार्यों को करने के लिए शुभ और अशुभ समय निर्धारित करने के लिए वैदिक ज्योतिष में उपयोग किया जाने वाला एक कैलेंडर है। इसमें पांच तत्व शामिल हैं – वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण। पंचांग का सार सूर्य (हमारी आत्मा) और चंद्रमा (मन) के बीच दैनिक आधार पर अंतर-संबंध है। पंचांग का उपयोग वैदिक ज्योतिष की विभिन्न शाखाओं जैसे जन्म, चुनाव, प्रश्न (होररी), धार्मिक कैलेंडर और दिन की ऊर्जा को समझने के लिए किया जाता है। हमारे जन्म का दिन पंचांग हमारी भावनाओं, स्वभाव और स्वभाव को दर्शाता है। यह इस बारे में अधिक जानकारी प्रदान कर सकता है कि हम कौन हैं और हम कैसा महसूस करते हैं। यह ग्रहों के प्रभाव को बढ़ा सकता है और हमें अतिरिक्त विशेषताओं के साथ संपन्न कर सकता है जिसे हम केवल अपने जन्म चार्ट के आधार पर नहीं समझ सकते हैं। पंचांग जीवन शक्ति ऊर्जा है जो जन्म चार्ट को पोषण देती है।

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नीरज धनखेर

(वैदिक ज्योतिषी, संस्थापक – एस्ट्रो जिंदगी)

ईमेल: info@astrozindagi.in, neeraj@astrozindagi.in

यूआरएल: www.astrozindagi.in

संपर्क: नोएडा: +919910094779



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By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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