साप्ताहिक पंचांग 24 फरवरी - 2 मार्च: महा शिवरात्रि, ग्रहों का गोचर, शुभ


कुंभ राशि में विभिन्न ग्रहों की युति के कारण यह सप्ताह महत्वपूर्ण है। बुध इस सप्ताह कुम्भ राशि में गोचर करेगा और हमारे जीवन में बदलाव लाएगा। घनिष्ठ युति के कारण एक ओर शुक्र और बृहस्पति के बीच तो दूसरी ओर बुध और शनि के बीच ग्रह युद्ध होगा। इसके अलावा शुभ मुहूर्त में विवाह, संपत्ति के लेन-देन, पंजीकरण और वाहन की खरीद जैसे शुभ कार्य हो सकेंगे। आइए नई दिल्ली, एनसीटी, भारत में सप्ताह के लिए महत्वपूर्ण पंचांग विवरणों में तल्लीन करें।

शुभ मुहूर्त इस सप्ताह

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, शुभ मुहूर्त के दौरान किए गए कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं। एक शुभ मुहूर्त हमें हमारे प्रारब्ध के अनुसार सर्वोत्तम संभव परिणाम प्रदान करता है यदि हम लौकिक समयरेखा के अनुरूप कार्य निष्पादित करते हैं। इसलिए किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करते समय मुहूर्त का ध्यान रखना आवश्यक होता है। विभिन्न कार्यों के लिए इस सप्ताह के शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं:

विवाह मुहूर्त: विवाह के लिए शुभ मुहूर्त 28 फरवरी (04:26 PM से 06:47 AM, 01 मार्च) और 1 मार्च (06:47 AM से 09:52 AM)

गृह प्रवेश मुहूर्त: 1 मार्च (06:47 AM से 09:52 AM) को गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त उपलब्ध है।

संपत्ति क्रय मुहूर्त: संपत्ति के पंजीकरण या खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त 2 मार्च (दोपहर 12:43 बजे से सुबह 06:45, मार्च 03) को है।

वाहन क्रय मुहूर्त: इस सप्ताह वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त 27 फरवरी (06:49 AM से 02:21 AM, 28 फरवरी), 1 मार्च (06:47 AM से 09:52 AM) और 2 मार्च (12:43 PM से 06) तक है। :45 पूर्वाह्न, 03 मार्च)

आगामी ग्रह गोचर इस सप्ताह

वैदिक ज्योतिष में, ग्रह गोचर विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे जीवन में परिवर्तन और प्रगति की भविष्यवाणी करने का प्रमुख तरीका हैं। ग्रह दैनिक आधार पर चलते हैं और इस प्रक्रिया में कई नक्षत्रों और राशियों से गुजरते हैं। यह हमें घटनाओं की प्रकृति और विशेषताओं को समझने में मदद करता है जैसे वे घटित होती हैं। इस सप्ताह आने वाले पारगमन इस प्रकार हैं:

बृहस्पति 24 फरवरी, शुक्रवार को दोपहर 3 बजकर 33 मिनट पर रेवती नक्षत्र में प्रवेश करेगा

मंगल 25 फरवरी, शनिवार को 3 बजकर 16 मिनट पर मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेगा

बुध 27 फरवरी, सोमवार को शाम 4 बजकर 55 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश करेगा

शुक्र 1 मार्च, बुधवार को सुबह 9 बजकर 43 मिनट पर रेवती नक्षत्र में प्रवेश करेगा

शुक्र और बृहस्पति ग्रह युद्ध 1 मार्च, बुधवार को दोपहर 1 बजकर 36 मिनट पर

बुध और शनि ग्रह युद्ध 2 मार्च, गुरुवार को दोपहर 12 बजकर 34 मिनट पर

इस सप्ताह आने वाले त्यौहार

स्कंद षष्ठी (शनिवार, 25 फरवरी): यह एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो भगवान शिव और देवी पार्वती के पुत्र भगवान मुरुगन को समर्पित है। त्योहार राक्षस सुरपदमन पर भगवान मुरुगन की जीत का जश्न मनाता है। स्कंद षष्ठी को कंद षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है।

भानु सप्तमी (रविवार, 26 फरवरी): भानु सप्तमी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो भगवान सूर्य या सूर्य देव को समर्पित है। यह माघ के हिंदू महीने में शुक्ल पक्ष या चंद्रमा के वैक्सिंग चरण के सातवें दिन मनाया जाता है।

मासिक कार्तिगई (रविवार, 26 फरवरी): यह एक मासिक हिंदू त्योहार है जो तमिल महीने कार्तिगई में कार्तिगई तारे के दिन मनाया जाता है। यह भगवान शिव को समर्पित है और मुख्य रूप से तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में मनाया जाता है।

रोहिणी व्रत (सोमवार, 27 फरवरी): रोहिणी व्रत विशेष रूप से उत्तर भारत में हिंदू महिलाओं द्वारा मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण व्रत है। यह देवी रोहिणी को समर्पित एक उपवास का दिन है, जिन्हें भगवान चंद्र या चंद्रमा भगवान की पत्नी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत को करने से देवी रोहिणी की कृपा प्राप्त होती है, जो अपनी सुंदरता और कृपा के लिए जानी जाती हैं। ऐसा कहा जाता है कि जो लोग इस व्रत को भक्ति के साथ रखते हैं, वह उन्हें एक सुखी वैवाहिक जीवन और प्रजनन क्षमता प्रदान कर सकती हैं।

इस सप्ताह अशुभ राहु कलाम

वैदिक ज्योतिष के अनुसार राहु एक अशुभ ग्रह है। ग्रहों के गोचर के दौरान राहु के प्रभाव वाले समय में कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए। इस समय के दौरान शुभ ग्रहों को प्रसन्न करने के लिए पूजा, हवन या यज्ञ करने से राहु अपने अशुभ स्वभाव के कारण हस्तक्षेप करता है। कोई भी नया काम शुरू करने से पहले राहु काल का विचार करना जरूरी है। ऐसा करने से मनोवांछित फल मिलने की संभावना बढ़ जाती है। इस सप्ताह राहु काल का मुहूर्त इस प्रकार है:

24 फरवरी: सुबह 11:09 बजे से दोपहर 12:35 बजे तक

25 फरवरी: 09:43 पूर्वाह्न से 11:08 पूर्वाह्न तक

26 फरवरी: शाम 04:53 से शाम 06:19 बजे तक

27 फरवरी: 08:15 पूर्वाह्न से 09:41 पूर्वाह्न तक

28 फरवरी: दोपहर 03:27 से शाम 04:53 बजे तक

01 मार्च: दोपहर 12:34 से दोपहर 02:00 बजे तक

02 मार्च: दोपहर 02:00 बजे से दोपहर 03:27 बजे तक

पंचांग प्रचलित ग्रहों की स्थिति के आधार पर दिन-प्रतिदिन के कार्यों को करने के लिए शुभ और अशुभ समय निर्धारित करने के लिए वैदिक ज्योतिष में उपयोग किया जाने वाला एक कैलेंडर है। इसमें पांच तत्व शामिल हैं – वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण। पंचांग का सार सूर्य (हमारी आत्मा) और चंद्रमा (मन) के बीच दैनिक आधार पर अंतर-संबंध है। पंचांग का उपयोग वैदिक ज्योतिष की विभिन्न शाखाओं जैसे जन्म, चुनाव, प्रश्न (होररी), धार्मिक कैलेंडर और दिन की ऊर्जा को समझने के लिए किया जाता है। हमारे जन्म का दिन पंचांग हमारी भावनाओं, स्वभाव और स्वभाव को दर्शाता है। यह इस बारे में अधिक जानकारी प्रदान कर सकता है कि हम कौन हैं और हम कैसा महसूस करते हैं। यह ग्रहों के प्रभाव को बढ़ा सकता है और हमें अतिरिक्त विशेषताओं के साथ संपन्न कर सकता है जिसे हम केवल अपने जन्म चार्ट के आधार पर नहीं समझ सकते हैं। पंचांग जीवन शक्ति ऊर्जा है जो जन्म चार्ट को पोषण देती है।

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नीरज धनखेर

(वैदिक ज्योतिषी, संस्थापक – एस्ट्रो जिंदगी)

ईमेल: info@astrozindagi.in, neeraj@astrozindagi.in

यूआरएल: www.astrozindagi.in

संपर्क: नोएडा: +919910094779




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By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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