बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान (Salman Khan) की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग की धमकी को देखते हुए सलमान को अब Y+ कैटिगरी की सिक्‍योरिटी दी जाएगी। अबतक सलमान को X  कैटिगरी की सिक्‍योरिटी दी जा रही थी। गौरतलब है कि पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) की हत्या के पीछे भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ बताया जाता है। सुरक्षा में इजाफा होने के बाद अब सलमान के साथ हमेशा 4 हथियारबंद सिक्योरिटी पर्सनल रहेंगे। लेकिन यह कैसे तय किया जाता है कि किस व्‍यक्ति को सुरक्षा दी जाए। सुरक्षा की कौन-कौन सी कैटिगरी हैं। आइए जानते हैं। 

रिपोर्ट्स के अनुसार सलमान के मामले में सुरक्षा देने का फैसला महाराष्‍ट्र सरकार की ओर से लिया गया है। केंद्र से जुड़े मामलों में फैसला गृह मंत्रालय लेता है। खुफ‍िया एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर सिक्‍योरिटी देने का फैसला लिया जाता है। ऐसे मामलों में राज्‍यों के इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट, रॉ और आईबी के इनपुट्स को ध्‍यान में रखा जाता है। 

आमतौर पर सुरक्षा ऐसे लोगों को दी जाती है, जो सरकार या सिविल सोसायटी में पहचाने जाते हों। साथ ही उच्च सरकारी अधिकारियों को उनकी पोजिशन के हिसाब से सिक्‍योरिटी दी जाती है। हालांकि कई मामलों में सिक्‍योरिटी देने पर सवाल उठे हैं। आमतौर पर सत्ताधारी पार्टी पर इसके बेजा इस्‍तेमाल के आरोप लगाए जाते रहे हैं। 

हरियाणा सरकार की ओर से गुरमीत राम रहीम को Z+ सिक्‍योरिटी देने पर काफी सवाल खड़े हुए थे। राम रहीम, हत्‍या और रेप जैसे मामलों में दोषी है और अभी पैरोल पर बाहर आया है। वहीं, बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को Y+ सिक्‍योरिटी दिए जाने पर भी सवाल उठाए गए थे। 

सिक्‍योरिटी कवर की बात करें, तो इसके 6 प्रकार हैं, जिनमें X, Y, Y+, Z, Z+ और SPG यानी स्‍पेशल प्रोटेक्‍शन ग्रुप की सुरक्षा शामिल हैं। SPG की सिक्‍योरिटी सिर्फ प्रधानमंत्री और उनके परिवार के लिए है। बाकी स्‍तर की सुरक्षा राज्‍य व केंद्र द्वारा दी जाती है। X कैटिगरी की सुरक्षा में व्‍यक्ति के साथ एक बंदूकधारी रहता है। Y कैटिगरी में 8 कर्मियों की सिक्‍योरिटी मिलती है। Z सिक्योरिटी में कुल 22 कर्मियों की सुरक्षा दी जाती है। Z+ सिक्योरिटी में 55 कर्मियों की सुरक्षा का कवच होता है। इससे जुड़ा खर्च सरकारों की ओर से उठाया जाता है। 
 



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By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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