बॉलीवुड के किंग खान और सुपरस्टार शाहरुख को मुंबई एयरपोर्ट पर घंटों तक रोके जाने की खबर सामने आई है। शाहरुख शुक्रवार को देर रात में शारजाह से लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि शाहरुख के पास काफी कीमती घड़ियां थीं और उनके कवर भी थे। इन सभी चीजों की कीमत भी 18 लाख रुपये के करीब बताई गई है। कस्टम डिपार्टमेंट ने शाहरुख को रोक लिया और कस्टम ड्यूटी भरने के बाद ही वहां से जाने दिया। 

शाहरुख खान अपने प्रावेट चार्टेड प्लेन से मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंचे थे। वह दुबई में एक बुक लॉन्च करने के लिए गए हुए थे। जब वह मुंबई एयरपोर्ट पहुंचे तो कस्टम विभाग के स्टाफ ने उनको रोक लिया। उनके पास 18 लाख रुपये का कीमती सामान था। इसमें महंगी घड़ियां बताई गई हैं। मीडिया में छपी रिपोर्ट्स के एयपोर्ट की इंटेलिजेंस यूनिट के सूत्रों ने बताया कि शाहरुख खान को घड़ियों के लिए कस्टम ड्यूटी चुकाए बिना वहां से नहीं जाने दिया गया। शाहरुख को इनके लिए 6.83 लाख की कस्टम ड्यूटी चुकानी पड़ी। 

आपको बता दें कि शाहरुख खान शुक्रवार की रात को लगभग 12.30 बजे के करीब मुंबई एयरपोर्ट पहुंचे। टर्मिनल टी 3 के रेड चैनल पर कस्टम विभाग ने उनको रोक लिया। उनके साथ में टीम भी थी। जांच करने पर पता चला कि उनके बैग में Babun & Zurbk, Rolex और Spirit ब्रैंड की घड़ियां थीं। इसके अलावा एप्पल वॉच भी बताई जा रही हैं। लगभग एक घंटे तक उनसे पूछताछ की गई। उसके बाद शाहरुख को तो कस्टम विभाग ने जाने दिया लेकिन उनके बॉडीगार्ड को रोक लिया। उसके बाद उनके बॉडीगार्ड ने यह कस्टम ड्यूटी अदा की। 

कस्टम विभाग की यह प्रक्रिया अगली सुबह यानि शनिवार तक चली जिसके बाद सुबह के करीब 8 बजे कस्टम ऑफिशिअल्स ने शाहरुख के बॉडीगार्ड रवि को छोड़ दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक शाहरुख शारजाह इंटरनेशनल बुक फेयर 2022 में शामिल होने गए थे। यहां पर उनको ग्लोबल आइकन ऑफ सिनेमा एंड कल्चरल नेरेटिव अवॉर्ड से नवाजा गया। 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

संबंधित ख़बरें

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *