भारतीय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी कंपनी PMV Electric की पहली माइक्रो इलेक्ट्रिक कार EaS-E इस साल 16 नवंबर को लॉन्च होने वाली है। कंपनी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी स्पेस में बिल्कुल नई है और इस इलेक्ट्रिक माइक्रो कार के साथ भारतीय EV इंडस्ट्री में अपनी शुरुआत करने जा रही है। इस कार के साथ, ईवी निर्माता भारत में पर्सनल मोबिलिटी व्हीकल (PMV) नाम का एक नया सेगमेंट बना रही है।

PMV Electric अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार EaS-E को 16 नवंबर को लॉन्च करने वाली है और कंपनी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर इसकी बुकिंग लेनी भी शुरू कर दी है। ईवी स्टार्टअप का कहना है कि माइक्रो इलेक्ट्रिक कार ईएएस-ई का प्रोटोटाइप वर्जन तैयार है और कंपनी जल्द से जल्द इसका प्रोडक्शन शुरू करने की ओर काम कर रही है।

TOI की रिपोर्ट कहती है कि PMV EaS-E को कंपनी तीन वेरिएंट में लाएगी, जिनकी रेंज 120 km से 200 km प्रति चार्ज होगी। कंपनी ने दावा किया है कि नई माइक्रो इलेक्ट्रिक कार को इसके 3kW क्षमता वाले AC चार्जर से मात्र 4 घंटे में फुल चार्ज किया जा सकता है।

फीचर्स की बात करें, तो PMV की इस इलेक्ट्रिक कार में डिजिटल इंफोटेनमेंट सिस्टम, यूएसबी चार्जिंग पोर्ट, रिमोट कीलेस एंट्री और रिमोट पार्क असिस्ट और क्रूज कंट्रोल सहित कई फीचर्स मिलेंगे।

PMV माइक्रो इलेक्ट्रिक कार की 2,915mm लंबी, 1,157mm चौड़ी और 1,600mm ऊंची होगी। इसका व्हीलबेस 2,087mm और ग्राउंड क्लियरेंस 170mm होगी।

इस इलेक्ट्रिक कार के फ्रंट में डिस्क ब्रेक और रियर में ड्रम ब्रेक दिए गए हैं। इसमें रिजर्नेटिव ब्रेकिंग दी गई है। इस कार में डेटाइम रनिंग लाइट्स, ड्यूल टोन और सिंगल मैटेलिक फिनिश डिजाइन दिया गया है।



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By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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