देश की सबसे बड़ी कार मेकर Maruti Suzuki की फरवरी में कुल सेल्स लगभग पांच प्रतिशत बढ़कर 1,72,321 यूनिट्स की रही। यह पिछले वर्ष के इसी महीने में 1.64 लाख यूनिट्स की थी। कंपनी की देश में पैसेंजर व्हीकल सेल्स लगभग 10 प्रतिशत बढ़कर 1,47,467 यूनिट्स पर पहुंच गई। हालांकि, इसके एक्सपोर्ट में 28.4 प्रतिशत की कमी हुई है। 

मारुति ने बताया कि पिछले महीने इसकी कुल सेल्स में देश में 1,50,823 यूनिट्स की सेल्स, अन्य OEM को 4,291 यूनिट्स की बिक्री और 17,207 यूनिट्स का एक्सपोर्ट शामिल है। कंपनी ने मिनी और कॉम्पैक्ट सेगमेंट में 1,01,773 यूनिट्स बेची हैं। यह आंकड़ा पिछले वर्ष के इसी महीने में 97,486 यूनिट्स का था। इस सेगमेंट में कंपनी ने मौजूदा फाइनेंशियल ईयर में 10,12,526 यूनिट्स बेची हैं। यह आंकड़ा पिछले फाइनेंशियल ईयर के शुरुआती 11 महीनों में 8,18,838 यूनिट्स का था। कंपनी की मिडसाइज सेडान Ciaz की पिछले महीने केवल 792 यूनिट्स बिकी, जबकि पिछले वर्ष के इसी महीने में इसकी 1,912 यूनिट्स बेची गई थी। 

यूटिलिटी व्हीकल सेगमेंट में कंपनी की Brezza, Ertiga, S-Cross, XL6 और Grand Vitara की पिछले महीने बिक्री 33,550 यूनिट्स की रही। यह पिछले वर्ष के इसी महीने में 25,360 यूनिट्स की बिक्री से काफी अधिक है। मौजूदा फाइनेंशियल ईयर में अप्रैल से फरवरी के बीच मारुति ने इस सेगमेंट में 3,29,075 यूनिट्स बेची है। पिछले वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 2,65,700 यूनिट्स का था। पिछले सप्ताह कंपनी ने बताया था कि उसकी Eeco वैन ने 10 लाख यूनिट्स की बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया है। इसकी बिक्री 12 वर्ष पहले शुरू हुई थी। कंपनी का दावा है कि इको का इस सेगमेंट में 94 प्रतिशत से अधिक का मार्केट शेयर है। यह वैन फाइव सीटर, सेवन सीटर, कार्गो, टुअरर और एंबुलेंस जैसे वेरिएंट्स में उपलब्ध है। 

कंपनी के सीनियर एग्जिक्यूटिव ऑफिसर, Shashank Srivastava ने कहा था कि इको का वैन के सेगमेंट में दबदबा है और इसके पास 94 प्रतिशत से अधिक का मार्केट शेयर है। उनका कहना था, “यह 10 लाख से अधिक कस्टमर्स की विश्वसनीय पसंद है, जिसने कई वर्षों से उनकी बदलती जरूरतों को पूरा किया है। इको की शुरुआती पांच लाख यूनिट्स की बिक्री में आठ वर्ष लगे थे, जबकि अगली पांच लाख यूनिट्स की बिक्री पांच वर्षों से कम में हुई है। हम अपने कस्टमर्स को हमारे ऊपर विश्वास रखने और इको को देश में सबसे अधिक बिकने वाली वैन बनाने के लिए धन्यवाद देते हैं।” 

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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