क्रिप्टोकरेंसी मार्केट के हालात महीनों बाद भी सुधरते नहीं दिख रहे हैं। बिटकॉइन समेत पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसीज की कीमतें लगातार नीचे आती जा रही हैं। ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी मार्केट के भविष्य को लेकर भी कई तरह के कयास लगने लगने लगे हैं। बिटकॉइन दुनिया की सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी है और सबसे महंगी भी। लेकिन कुछ क्रिप्टोकरेंसी ऐसी हैं जो साल-दो साल पहले ही अस्तित्व में आईं और एकदम से शिखर पर पहुंच गई। लेकिन मार्केट की अस्थिरता के चलते ये क्रिप्टोकरेंसी फिर से नीचे आती जा रही हैं। वहीं मार्केट के कुछ जानकार ये भी कहने लगे हैं कि कुछ क्रिप्टोकरेंसी आने वाले कुछ सालों में गायब ही हो जाएंगीं। ऐसी कौन सी क्रिप्टोकरेंसी हैं जिनके गायब हो जाने का खतरा दिखने लगा है, एक नजर डालते हैं। 

कार्डानो (Cardano)
कार्डानो को एक स्टेबल क्रिप्टो ऑप्शन माना जाता रहा है। इसका खास फीचर है इसको माइन करने में ज्यादा एनर्जी का इस्तेमाल नहीं होता है। लेकिन मार्केट में चल रही मंदी का असर टोकन पर जबरदस्त तरीके से पड़ रहा है। इसकी कीमत में बहुत अधिक बढ़ोत्तरी पिछले कुछ समय में नहीं देखी गई है। मार्केट एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि कंपीटिशन में यह टोकन जल्द ही पिछड़ जाएगा। दूसरा कारण फेडरल रिजर्व को भी माना जा रहा है जिसके कारण कार्डानो समेत पूरी क्रिप्टो मार्केट ही मंदी झेल रही है। 

ऐपकॉइन (Apecoin)
Apecoin दुनिया में सबसे पॉपुलर एनएफटी कलेक्शन के लिए जाना जाता है। यह Bored Ape Yacht NFT के नाम से जाना जाता है। यह APE सिस्टम का यूटीलिटी टोकन है। इस क्रिप्टोकरेंसी के बारे में कहा जा रहा है कि यह 2025 के शुरू होते होते बहुत कमजोर पड़ चुकी होगी, यहां तक कि यह डिजिटल करेंसी मार्केट से गायब भी हो सकती है। 

शिबा इनु (Shiba Inu)
Shiba Inu की कीमत में पिछले कुछ महीनों से लगातार गिरावट जारी है। मार्केट के जानकार कह रहे हैं कि इसकी कीमत में मामूली सुधार तो आएगा लेकिन जैसे ही cryptocurrency में फिर से मंदी शुरू होगी, इसकी कीमत और नीचे चली जाएगी। टोकन को लेकर सबसे बड़ी चिंता की बात ये बताई जा रही है कि इसके ट्रांजैक्शंस में लगातार कमी आ रही है। जिसके कारण होल्डर्स अकाउंट्स की संख्या भी कम हो रही है। इसलिए बियर मार्केट ट्रेंड में टोकन फेल हो सकता है। 

टैरा (Terra)
टेरा लूना बुरी तरह से क्रैश हो गया था, ये बात किसी से छुपी नहीं है। इसका असर इतना गहरा था कि पूरी क्रिप्टो मार्केट में मंदी छा गई थी। अप्रैल में जहां इसकी कीमत 118 डॉलर पहुंच गई थी, वहीं मई में यह एकदम से जीरो पर आ गया था। इसलिए इस क्रिप्टोकरेंसी के 2025 तक गायब होने के आसार काफी बताए जा रहे हैं। इसी के साथ ही TerraUSD भी ऐसी क्रिप्टोकरेंसी कही जा रही है, जिसका भविष्य बहुत अच्छा नहीं रहने वाला है। यह भी 2025 तक मार्केट से लुप्ट हो सकती है। 
जीकैश (Zcash)
Zcash को दुनिया की माहिर टेक्निकल टीमों में से एक द्वारा लॉन्च किया गया था। यह पहला प्रोजेक्ट था जिसमें zk-SNARKs क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल किया गया था। जिससे कि डिजिटल करेंसी मार्केट में सबसे मजबूत प्राइवेसी दी जा सकती है। इसमें कई सारी ऑर्गेनाइजेशंस का निवेश समाहित है, लेकिन अब जल्द ही इसके मार्केट से गायब होने की बात कही जा रही है।

कॉस्मॉस (Cosmos)
Cosmos एक ऐसी क्रिप्टोकरेंसी है जो ब्लॉकचेन के पूरे ईकोसिस्टम को चलाने का काम करती है। इसकी टीम का मकसद ब्लॉकचेन का एक जाल निर्मित करना है, ताकि ये डीसेंट्रलाइज्ड तरीके से एक दूसरे के साथ ऑपरेट कर सकें। इस क्रिप्टोकरेंसी के लिए भी भविष्य उज्जवल नहीं कहा जा रहा है। 

एलरॉन्ड (Elrond)
Elrond एक ब्लॉकचेन प्रोटोकॉल है जो सबसे तेज ट्रांजैक्शन स्पीड देती है। इसे नए इंटरनेट का टेक्नोलॉजी सिस्टम भी कहा जा सकता है। इसमें फिनटेक, डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस और IoT भी समाहित है। इसका नेटिव टोकन भी है जिसे eGold या EGLD कहा जाता है। इसे नेटवर्क फीस, स्टेकिंग और रिवॉर्डिंग आदि के लिए इस्तेमाल किया जाता है। 

एवालॉन्च (Avalanche)
इस टोकन की कीमत भी लगातार नीचे आ रही है। जिसके कारण निवेशक अपना हाथ इससे खींच रहे हैं। मार्केट मंदी का असर झेल रहा यह टोकन अपने अब तक के सबसे ऊंचे स्तर से 80 प्रतिशत नीचे आ चुका है। इसके बारे में कहा जा रहा है कि यह जल्द ही मार्केट से गायब हो सकता है। 

यूनीस्वैप (Uniswap)
Uniswap एक पॉपुलर डीसेंट्रलाइज्ड प्रोटोकॉल है जिसे DeFi में ऑटोमेटेड ट्रेडिंग के लिए जाना जाता है। इसे नवंबर 2018 में लॉन्च किया गया था। पिछले दो-तीन सालों से इसकी पॉपुलरिटी लगातार बढ़ रही थी। लेकिन अब इसकी कीमत में बढ़ोत्तरी रुकी हुई है। इसके लिए भी कहा जा रहा है कि 2025 तक यह क्रिप्टोकरेंसी मार्केट से गायब होने के कगार पर होगी। 

 

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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