प्रवीण तोगड़िया ने कहा, भारत की बढ़ती आबादी एक टिक-टिक टाइम बम है


अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीन तोगड़िया | फोटो क्रेडिट: पीटीआई

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के पूर्व नेता प्रवीण तोगड़िया ने रविवार को भारत की बढ़ती जनसंख्या को ‘टिक-टिक करता टाइम बम’ करार दिया और इसके विस्फोट और इसके दुष्परिणामों को रोकने के लिए कानून बनाने की जरूरत पर जोर दिया।

उन्होंने यह उम्मीद भी जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह अगले साल होने वाले संसदीय चुनावों से पहले जनसंख्या नियंत्रण और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के लिए एक कानून लाएंगे।

अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष श्री तोगड़िया छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में राज्य के महासमुंद जिले के बसना क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करने से पहले पत्रकारों से बात कर रहे थे.

जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की मांग के बारे में पूछे जाने पर श्री तोगड़िया ने कहा, “बढ़ती जनसंख्या और जनसंख्या असंतुलन एक टाइम बम है और जब यह फटेगा तो शहरों और गांवों में गृहयुद्ध की स्थिति पैदा हो जाएगी. इसलिए, इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ऐसी स्थिति में जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की आवश्यकता है।” “मुझे विश्वास है कि नरेंद्रभाई मोदी और अमितभाई काशी और मथुरा में जनसंख्या नियंत्रण, यूसीसी और मंदिरों के निर्माण के संबंध में कानून बनाने के बाद 2024 के चुनाव में उतरेंगे। ये कदम न केवल हिंदुओं की रक्षा करेंगे, बल्कि उनके (भारतीय जनता पार्टी के) वोटों की भी रक्षा करेंगे।” उसने जोड़ा।

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि भारत पहले से ही एक हिंदू राष्ट्र है और हम इसे एक हिंदू राजनीतिक राज्य के रूप में स्थापित करना चाहते हैं। भारत एक हिंदू बहुसंख्यक देश है और हम भारत में कहीं भी हिंदुओं को असुरक्षित महसूस नहीं होने देंगे।

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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