कांग्रेस ने एमएसएमई सेक्टर को 'नुकसान' बताकर सरकार पर साधा निशाना


“पिछले 5 वर्षों में – 72 प्रतिशत एमएसएमई जो 12 करोड़ नौकरियां प्रदान करते हैं, शून्य वृद्धि देखी गई। 2.5 साल में – पीएम के ‘परम मित्र’ जो केवल 30,000 नौकरियां प्रदान करते हैं, संपत्ति में 13 गुना वृद्धि हुई है, “कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा। फ़ाइल | फोटो साभार: आरवी मूर्ति

कांग्रेस ने शुक्रवार को मोदी सरकार पर अपने क्रोनी कैपिटलिस्ट दोस्तों को फायदा पहुंचाने और 12 करोड़ लोगों को रोजगार देने वाले मध्यम और छोटे व्यवसायों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे “मोदी सरकार के तहत छोटे व्यवसाय करना बंद करना” करार दिया।

“पिछले 5 वर्षों में – 72 प्रतिशत एमएसएमई जो 12 करोड़ नौकरियां प्रदान करते हैं, शून्य वृद्धि देखी गई। 2.5 वर्षों में – पीएम के ‘परम मित्र’ जो केवल 30,000 नौकरियां प्रदान करते हैं, ने धन में 13 गुना वृद्धि देखी,” उन्होंने ट्विटर पर कहा।

कांग्रेस प्रमुख ने कहा, “मोदी मैजिक = क्रोनियों को लाभ + एमएसएमई का खून बहाना।”

कांग्रेस महासचिव, संचार, जयराम रमेश ने सरकार पर अपने क्रोनी कैपिटलिस्ट मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए एमएसएमई क्षेत्र को नुकसान पहुंचाने का भी आरोप लगाया।

उन्होंने आरोप लगाया, ”मोदी सरकार ने अपने पूंजीपति मित्रों को और अधिक लाभ पहुंचाने के लिए देश के 12 करोड़ लोगों को रोजगार मुहैया कराने वाले सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को नुकसान पहुंचाया है.”

श्री रमेश ने हिंदी में एक ट्वीट में कहा, “परिणाम आपके सामने है। बेरोजगारी की समस्या बढ़ गई है और करोड़ों परिवारों को आर्थिक नुकसान हुआ है।”

उन्होंने एक रिपोर्ट का भी हवाला दिया जिसमें दावा किया गया था कि इस सरकार के तहत 72% एमएसएमई को नुकसान उठाना पड़ा है।



By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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