अश्वथ नारायण की सिद्धारमैया को 'खत्म' करने की अपील से हंगामा मच गया


पुडुकड और त्रिशूर रेलवे स्टेशनों में इंजीनियरिंग कार्यों के मद्देनजर 25 से 27 फरवरी तक कई ट्रेनों को पूरी तरह या आंशिक रूप से रद्द कर दिया गया है।

पूर्ण रद्दीकरण

ट्रेन नंबर 12082 तिरुवनंतपुरम सेंट्रल-कन्नूर जनशताब्दी एक्सप्रेस 26 फरवरी को तिरुवनंतपुरम सेंट्रल से दोपहर 2.50 बजे और ट्रेन नंबर 12081 कन्नूर-तिरुवनंतपुरम सेंट्रल जनशताब्दी एक्सप्रेस 27 फरवरी को सुबह 4.50 बजे कन्नूर जंक्शन से छूटती है। इसी तरह, 26 फरवरी को एर्नाकुलम जंक्शन से शाम 5.35 बजे प्रस्थान करने वाली ट्रेन संख्या 06018 एर्नाकुलम-शोरानूर मेमू एक्सप्रेस स्पेशल और एर्नाकुलम जंक्शन से शाम 7.40 बजे प्रस्थान करने वाली ट्रेन संख्या 06448 एर्नाकुलम-गुरुवयूर एक्सप्रेस स्पेशल को पूरी तरह रद्द कर दिया गया है.

आंशिक रद्दीकरण

26 फरवरी को दोपहर 2.50 बजे कन्नूर जंक्शन से छूटने वाली ट्रेन संख्या 16306 कन्नूर-एर्नाकुलम एक्सप्रेस त्रिशूर और एर्नाकुलम के बीच आंशिक रूप से रद्द रहेगी। ट्रेन को त्रिशूर में शॉर्ट टर्मिनेट किया जाएगा। 25 फरवरी को शाम 7.45 बजे डॉ एमजीआर चेन्नई सेंट्रल से छूटने वाली ट्रेन नंबर 12623 डॉ एमजीआर चेन्नई सेंट्रल-तिरुवनंतपुरम सेंट्रल मेल त्रिशूर और तिरुवनंतपुरम सेंट्रल के बीच आंशिक रूप से रद्द रहेगी। ट्रेन को त्रिशूर में शॉर्ट टर्मिनेट किया जाएगा। 26 फरवरी को दोपहर 3 बजे तिरुवनंतपुरम सेंट्रल से रवाना होने वाली ट्रेन संख्या 12624 तिरुवनंतपुरम सेंट्रल-डॉ एमजीआर चेन्नई सेंट्रल मेल तिरुवनंतपुरम सेंट्रल और त्रिशूर के बीच आंशिक रूप से रद्द रहेगी। रेलवे की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि ट्रेन अपने निर्धारित प्रस्थान समय रात 8.43 बजे त्रिशूर जंक्शन से सेवा शुरू करेगी।

शेड्यूलिंग

ट्रेन संख्या 16525 कन्याकुमारी-केएसआर बेंगलुरु 26 फरवरी को कन्याकुमारी जंक्शन से सुबह 10.10 बजे प्रस्थान करने वाली है, अब इसे कन्याकुमारी जंक्शन से दोपहर 12.10 बजे प्रस्थान करने के लिए पुनर्निर्धारित किया गया है।

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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