पटना, 24 अगस्त: यूरोपियन यूनियन तथा जर्मन मानवीय संस्था वेल्टहंगरहिल्फे के सहयोग से घोघरडीहा प्रखंड स्वराज्य विकास संघ (जीपीएसवीएस), मधुबनी, बिहार द्वारा बिहार में प्रवासी श्रमिकों की स्थिति विषयक एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन पटना के ए.एन. सिन्हा सामाजिक अध्ययन संस्थान में किया गया| इस कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि व्यास जी, सेवानिवृत्त पूर्व सचिव, श्रम संसाधन विभाग, बिहार सरकार, विशिष्ट अतिथि श्री गणेश कुमार झा, डिप्टी रजिस्टार, श्रम संसाधन विभाग, बिहार सरकार, डाॅक्टर अविरल पांडे, प्राध्यापक, पटना विश्वविद्यालय, सुनील झा, सलाहकार, बाल एवं मानवाधिकार, भगवान जी पाठक, सामाजिक कार्यकर्ता तथा रमेश कुमार, मुख्य कार्यकारी, जीपीएसवीएस द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया|

व्यास जी ने अपने संबोधन में कहा कि कानून और नीति (स्रोत और गंतव्य) राज्य सरकार को नीति अनुशंसा के लिए प्रयास करना चाहिए, विभिन्न विभागों के समन्वय से प्रवासी मजदूर नीति बनाने की जरूरत है क्योंकि प्रवासी श्रमिकों के हितार्थ नीतिगत बदलाव, नीति वकालत के लिए साझा प्रयास प्रभावकारी होगा।

गणेश कुमार झा ने जीपीएसवीएस द्वारा प्रवासी श्रमिकों पर केंद्रित तैयार किए गए नीति दस्तावेज की भरपूर सराहना की और इसे बिहार सरकार के साथ साझा करने के लिए किए गए कार्यशाला की प्रशंसा करते हुए कहा कि एक ड्राफ्ट माइग्रेशन पॉलिसी बनाकर विभाग को दें ताकि उस दिशा में अग्रतर कार्रवाई की जा सके। साथ ही, उन्होंने बिहार में प्रवासी श्रमिकों के कल्याण हेतु शुरू किए गए हेल्पलाइन नं० 18002965656 के बारे में सभी को बताया एवं अपने-अपने स्तर पर इसके प्रचार-प्रसार का आग्रह किया| आगे उन्होंने प्रवासी कामगार एप्लीकेशन के ज़रिए प्रवासी श्रमिकों के रजिस्ट्रेशन के बारे में बताया एवं बिहार सरकार द्वारा प्रवासियों के हितार्थ चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी| इन्होंने कहा कि संस्थाओं के समन्वय से प्रवासी श्रमिकों के सामाजिक सुरक्षा कार्य को प्रोत्साहित करने हेतु श्रम संसाधन विभाग प्रयासरत है।

पटना विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डाॅक्टर अविरल पांडे ने बिहार में प्रवासियों की स्थिति पर तैयार किए गए नीति दस्तावेज और इस कार्यशाला के नीति अनुशंसा के बारे में बताया| बीआरएलपीएस जीविका के प्रोग्राम मैनेजर नीरज कुमार ने प्रवासियों के हितार्थ ऋण मुहैया कराने और बैंकों से लिंक करने समेत जीविका द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने आने वाले समय में महिलाओं एवं लड़कियों के लिए पंख केन्द्र की स्थापना करने की भी बात कही|

कार्यक्रम के दौरान शोधार्थी एवं लेखक आनंद कुमार समेत विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि तथा प्रबुद्धजन उपस्थित रहे। पंकज श्वेताभ, श्रम विशेषज्ञ, बीना जी पिरामल फाउंडेशन, रणजीत कुमार और रामप्रवेश कुमार, बबली देवी मुजफ्फरपुर से तथा जीपीएसवीएस टीम से अजय कुमार झा, जितेंद्र कुमार सिंह, संजीत कुमार झा, सुधा, अर्चना कुमारी, श्याम कुमार, अशोक कुमार, आंचल कुमारी मो० अताउल्लाह, अनिकेत नारायण, अनुराग एवं अन्य उपस्थित रहे |

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *