Category: विचार मंथन

विचारों पर मंथन , क्या सही क्या गलत ? कौन सा दृष्टिकोण सही कौन सा गलत ? इन्ही विषयों पर मंथन |

ग्रामोदय से राष्ट्रोदय तक – राष्ट्र ऋषि श्री नानाजी देशमुख

अक्तूबर 11, 1916 की वह शरद पूर्णिमा की रात। उस रात महाराष्ट्र के परभणी जिले के हिंगोली तालुका के कडोली…

बक्सर में जन्मे जेपी सिर्फ सिताब दियारा के ही नहीं देश के “लोकनायक” बने

लेखक – मुरली मनोहर श्रीवास्तव “जेपी आंदोलन के से देश में हलचल पैदा हुई और 1977 में हुए चुनाव में…

माँ लक्ष्मी का अवतरण एवं महारास : शरद पूर्णिमा का महत्व

लेखक – डॉ.आनंद सिंह राणा, श्रीजानकीरमण महाविद्यालय शरद पूर्णिमा, कोजागरी पूर्णिमा (कौन जागता है..क्योंकि माँ लक्ष्मी आज गृह प्रवेश करती…

भारतीय स्वातंत्र्य समर में क्रांति की देवी : वीरांगना दुर्गा भाभी

लेखक – डॉ. आनंद सिंह राणा, श्रीजानकीरमण महाविद्यालय ‘वीरांगना परम आदरणीय, दुर्गा भाभी’ : तथाकथित सुनहरे इतिहास के पन्नों में…

‘‘गोदी मीडिया’’ के साथ-साथ ‘‘गोदी इतिहासकार’’ भी रहे हैं!

सुरेंद्र किशोर जी, वरिष्ठ पत्रकार के लेख इतिहासकार राम चंद्रं गुहा कहते हैं कि ‘‘वंशवाद के लिए नेहरू कतई दोषी…

चंदेलों की बेटी थी, गोंडवाने की रानी थी, चंडी थी रणचंडी थी, वह दुर्गावती भवानी थी

लेखक – डॉ आनंद सिंह राणा विभागाध्यक्ष इतिहास विभाग श्री जानकी रमण महाविद्यालय जबलपुर “मृत्यु तो सभी को आती है…

लाल श्वानों का महारथी सरदार भगत सिंह के लिए षड्यंत्र

लेखक – डॉ. आनंद सिंह राणा श्रीजानकीरमण महाविद्यालय एवं इतिहास संकलन समिति महाकौशल प्रांत महानायक सरदार भगत सिंह के विरुद्ध…

दिग्विजय बनें, थरूर बनें या फिर गहलौत बन जाते, क्या फर्क पड़ता है ?

लेखक – अवधेश प्रताप सिंह, कानपुर (उत्तर प्रदेश) जब प्रत्याशी भी सोनिया से पूछकर बनना है , जब पीएम पद…