Apple Watch ने बचाई एक और जान, समय रहते दिया इंटरनल ब्लीडिंग का अलर्ट

Apple Watch में मौजूद कुछ फीचर्स ने पिछले कुछ वर्षों में कई लोगों की कथित तौर पर जान बचाने में मदद करने का काम किया है। चाहे हार्ट रेट सेंसर, ECG फीचर हो या SpO2 और क्रैश डिटेक्शन फीचर, पिछले कुछ महीनों में कई ऐसी घटनाएं रिपोर्ट हुई हैं, जिनमें किसी न किसी तरह ऐप्पल वॉच ने लोगों को खतरों के बारे में सूचित किया है। लेटेस्ट घटना भी ऐसी ही है, जहां एक व्यक्ति ने उसकी जान बचाने का श्रेय Apple Watch को दिया है। इस व्यक्ति का दावा है कि ऐप्पल वॉच ने समय रहते उसके शरीर में हो रही आंतरिक रक्तस्त्राव (internal bleeding) का अलर्ट भेजा, जिसके चलते उसकी जान बच गई।

Reddit यूजर (digitalmofo) ने एक पोस्ट के जरिए उसके साथ हुई एक हालिया घटना की जानकारी दी, जिसमें उसने विस्तार से बताया है कि कैसे उसकी Apple Watch ने उसे इंटरनल ब्लीडिंग का अलर्ट दिया और समय रहते उसकी जान बची। 16 फरवरी के पोस्ट में यूजर ने बताया कि एक हफ्ते पहले उसने अपने iphone/watch को डू नॉट डिस्टर्ब (dnd) में रखा था और जब वह लंच करने गया, तो उसे थकान महसूस हुई, जिसके बाद वह झपकी लेने काउच में लेट गया।

झपकी के बाद, उसने अपने नोटिफिकेशन्स देखें, जिनमें से एक ऐसा अलर्ट था, जिसमें उसकी नब्ज बेहद तेज होने के बारे में बताया गया था। इसके बाद इस शख्स ने थोड़ा और आराम करने की सोची, लेकिन उससे भी बात नहीं बनी। ऐसे में उसने अपने डॉक्टर को एक वीडियो कॉल किया। 

यूजर बताता है कि उसके डॉक्टर ने उसे समय और पल्स रेट की जांच के साथ-साथ ऑक्सीजन की जांच करने के लिए कहा, जिसके बाद डॉक्टर ने उसके लिए 911 (अमेरिकी आपातकालीन नंबर) पर कॉल किया।

यूजर के अनुसार, उसका नॉर्मल हीमोग्लोबिन लगभग 15 जी/डीएल होता है, लेकिन गंभीर आंतरिक रक्तस्राव के कारण उस समय उसका हीमोग्लोबिन 3 जी/डीएल के करीब पहुंच गया था। उसे बताया गया कि यह GI ब्लीडिंग थी। उसे यह भी कहा गया कि यदि वह समय रहते रक्त चढ़ाने के लिए अस्पताल नहीं पहुंचा होता, तो उसकी जान जाने की पूरी संभावना थी।

यूजर ने अपने पोस्ट में उसकी जान बचाने के नर्स, डॉक्टर और उन सभी लोगों को धन्यवाद कहा, जिन्होंने रक्त दिया और साथ ही यह भी कहा कि वह उसकी मौत का कारण जाने बिना ही मर चुका होता, यदि उसके पास उसकी Apple Watch नहीं होती।

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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