GMC की HUMMER अब केवल एक विशाल कार नहीं, बल्कि एक इलेक्ट्रिकल साइकिल के रूप में भी सड़कों पर दिखाई देगी। GMC ने HUMMER नाम की इस इलेक्ट्रिक साइकिल को AWD (ऑल-व्हील ड्राइव) सिस्टम के साथ पेश किया है। ई-बाइक GMC और Recon Power Bikes ने मिलकर विकसित की है, जो 2,400W का पीक पावर आउटपुट देने में सक्षम है। इसकी सिंगल चार्ज रेंज करीब 80 km है और यह 45 kmph की टॉप स्पीड पकड़ने में सक्षम है। 

GMC HUMMER EV AWD ई-बाइक के दो वर्जन है, जिनमें से स्टैंडर्ड मॉडल की कीमत 3,999 डॉलर (करीब 3.30 लाख रुपये) है, जबकि 21 Ah बैटरी पैक वाले वर्जन की कीमत 4,175 डॉलर (करीब 3.45 लाख रुपये) है। दोनों वर्जन को 500 डॉलर (करीब 41,000 रुपये) में बुक किया जा सकता है। ई-बाइक की खरीद पर Recon Power Bikes एक बैग फ्री दे रही है। अमेरिका में ई-बाइक ऑर्डर करने पर फ्री शिपिंग भी दी जा रही है। इनकी डिलीवरी इस साल दिसंबर में शुरू होने की उम्मीद है।
 

नई GMC ई-बाइक को दुनिया की पहली सुपर-इलेक्ट्रिक बाइक के रूप में पेश किया गया है। इसमें डुअल 48V 750W Bafang मोटर मिलती है, जिसकी बदौलत ई-बाइक 28 मील प्रति घंटे (करीब 45 किमी प्रति घंटा) की टॉप स्पीड पकड़ सकती है। ई-बाइक में थ्रॉटल-ओनली ऑप्शन के अलावा तीन राइडिंग मोड्स हैं। इनमें से एक एड्रेनालाईन मोड है, जो ऑल-व्हील ड्राइव ऑप्शन को अनलॉक करता है।

स्टैंडर्ड मॉडल में 17.5 Ah क्षमता का बैटरी पैक मिलता है, और अन्य वेरिएंट में 21 Ah क्षमता का बैटरी पैक दिया गया है, जो स्टैंडर्ड की तुलना में ज्यादा रेंज देने में सक्षम है। हालांकि, स्टैंडर्ड मॉडल को भी बड़े बैटरी पैक के साथ अपग्रेड किया जा सकता है। 

GMC HUMMER EV AWD ई-बाइक में दो 4-इंच पंचर-रेजिस्ट टायर मिलते हैं। इसमें चार-पिस्टन हाइड्रोलिक ब्रेक सिस्टम शामिल है। यह एडजस्टेबल फ्रंट सस्पेंशन फोर्क से लैस है। एक कलर LCD स्क्रीन भी है, जो राइडर को सभी अहम जानकारियां दिखाएगा।



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By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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