पंजाब की ये बाढ़ ये आपदा हमें बहुत कुछ सिखाती है पंजाब में भले ही मकान डूब गए हो बह गए हो या फिर बर्बाद हो गए हो। मगर उनका घर नहीं टूटा है उनकी पंजाबियत कायम है । आप भले ही सरकार को कुछ भी कहिए। मगर कुछ पॉजिटिव चीजे भी हमें देखने को मिल रही है इस आपदा में पूरा पंजाब एक साथ खड़ा है। ये वही उड़ता पंजाब था और ये यही उड़ता पंजाब है एक दूसरे की मदद करना एक दूसरे के कदम से कदम मिलाकर चलना पूरे भारत को एक सिख दे रहा है । ये वही पंजाब है जिसकी एकता के समाने प्रधानमंत्री मोदी ने भी किसान आंदोलन के समय घुटने टेक दिए थे पंजाब हमें सिखलाता है कि कोई भी सरकार बने बिगड़े आए जाए हम अपनेलोगो का , एकदूसरे का , साथ और हांथ कभी भी नहीं छोड़ेंगे , पंजाब से पूरे भारत को सीखना चाहिए कि सोसाइटी होती क्या है समाज आखिर किस चिड़िया का नाम है ? लोग एक दूसरे के साथ चलते कैसे है ? सारे पंजाबी फिल्म अभिनेता और बॉलीवुड भी उनकी मदद को तो आ ही रहा है साथ ही जिससे भी जो बन पा रहा है जिसकी जितनी औकात है । चाहे वो अपनी लॉरी में खुद का डीजल डालकर लोगों की मदद या फिर खाद्य सामग्री का खुद से ही इंतजाम करना या फिर नावों का इंतजाम , सरकारी मदद भी मिल रही है इससे इनकार नहीं किया जा सकता मगर हौसला तब बुलंद होता है जब कोई व्यक्ति जो आपके आस परोस का ही है वो आपसे ऊँची जाती का हो या नीची जाती का, हिन्दू हो या मुश्लिम हो इससे कोई फर्क नही पड़ता वो बस आपके कंधे पर हांथ रख कर कहे कि मैं हु ना, वो आपके घर को जोड़ने में अपनी पूरी ताकत लगा दे आप और वो एक होकर जब खड़े होते हैं तब सभी लोगो को आपके सहयोग के लिए आना ही पड़ता है । बस पंजाब के लोग यही कर रहे हैं , दिल्ली के पत्रकारों को पंजाब में क्या चल रहा है ये पूरे भारत को दिखाना चाहिए मगर आजकल उन्होंने बिहार का रुख किया है । बिहार का चुनाव कवर करेंगे मगर सबसे पहले उन्हें पंजाब कवर करना चाहिए फील्ड में कूदने से कोई पत्रकार नहीं बनता बल्कि आपकी दूरदर्शिता आपको पत्रकार बनाती है कुछ पत्रकार बिहार के उन 500 घरों की बात कर रहे हैं की सरकार और फिल्म अभिनेता उनके साथ क्यों नहीं खड़े हैं उन पत्रकारों को रिपोर्टरों को अपनी दूरदर्शिता से ये सोचना चाहिए कि क्यों नहीं बिहार के फिल्म अभिनेता या फिर बिहार के वो लोग जो ऊंच स्थानों पर बैठे है जिनके पास पैसा पावर और रुतबा है वो आखिर क्यों मदद को आगे नहीं आ रहे। पत्रकार बंधुओं बुद्धि लगाइए दूरदर्शिता दिखाइए समझ में आ जाएगा कि क्यों नहीं आ रहे हैं लोग उनकी मदद को । बहरहाल हमारे पास संसाधन नहीं है और न ही उतना बड़ा ये प्लेटफार्म है इसलिए हम पंजाब तो नहीं जा सकते मगर जो भी हमारे विचार है उनसे हम आपको अवगत कराते रहेंगे आपने अगर फील्ड पर उतरने का मौका दिया तो हम भी फील्ड में जरूर दिखेंगे मगर थोड़े सलीके से थोड़े बढ़िया संसाधनों के साथ जिससे कि हम आपकी आवाज मजबूती के साथ रख पाए बाद बाकी थोड़ी रगो में पंजाबियत को भरिए और पंजाबियत सीखिए, सभी साथ में आयंगे और सभी लोग मदद करेंगे लेकिन सबसे पहले आपको अपनी मदद खुद ही करनी होगी
धन्यवाद
