एलियंस को लेकर हॉलीवुड के बड़े डायरेक्‍टर ने किया यह दावा, आप भी जानें

एलियंस (Aliens) हैं या नहीं? यह सवाल हमेशा से विवादों में रहा है। इस दुनिया में बहुत से लोगों, वैज्ञानिकों और एक्‍सपर्ट का मानना है कि ब्रह्मांड में एलियंस की मौजूदगी है। हालांकि ज्‍यादातर लोग इस दावे को खारिज करते हैं क्‍योंकि अबतक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है, जो एलियंस के होने की पुष्टि करता हो। अब एक जाने-माने हॉलीवुड निर्देशक ने भी एलियंस की मौजूदगी को लेकर अपनी बात सामने रखी है। निर्देशक का नाम है- स्टीवन स्पीलबर्ग। वह कई सुपरहिट फ‍िल्‍मों का निर्माण कर चुके हैं मसलन-जुरासिक पार्क। एलियंस को लेकर क्‍या सोचते हैं स्‍टीवन, आइए जानते हैं।  
 

एलियंस पर क्‍या बोले स्टीवन स्पीलबर्ग

एलियंस को लेकर स्‍टीवन स्‍पीलबर्ग ने अपने विचार एक अमेरिकी टीवी शो में रखे। स्‍टीवन ने कहा कि मैथमैटिकली उनके लिए यह मानना नामुमकिन है कि इस ब्रह्मांड में सिर्फ इंसान ही सबसे ज्‍यादा बुद्धि‍मान है। कहीं ना कहीं स्‍टीवन का इशारा एलियंस की ओर था। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, स्‍टीवन ने कहा कि उन्‍हें ऐसा लगता है एलियंस मौजूद हैं। उन्‍हें इस बात पर विश्‍वास नहीं होता है कि इस ब्रह्मांड में हम अकेले हैं। 
 

मामले की तह तक गए थे स्‍टीवन

शो में स्‍टीवन ने बताया कि एलियंस हैं या नहीं, यह जानने के लिए उन्‍होंने भी जांच की थी। स्‍टीवन के मुताबिक एलियंस के साथ 500 से ज्‍यादा बार आमना-सामना होने की उन्‍हें जानकारी थी, जिसे अमेरिकी सरकार ने करीब 70 साल पहले दर्ज किया था। कई और एक्‍सपर्ट की तरह स्‍टीवन को भी यही लगता है कि अमेरिकी सरकार वाकई में कुछ छुपाती आई है, खासकर एलियंस की मौजूदगी को लेकर।  
 

क्‍या स्‍टीवन ने देखा है UFO? 

अमेरिकी शो में हॉलीवुड निर्देशक ने यह भी बताया कि उन्‍होंने UFO को देखा है या नहीं। स्‍टीवन ने कहा कि उन्‍होंने कभी यूएफओ नहीं देखा। हालांकि वह चाहते हैं कि उन्‍होंने यूएफओ देखा होता। उनका मानना है कि जिन लोगों ने भी ऐसी चीजें देखी हैं, वो उन्‍हें एक्‍सप्‍लेन नहीं कर सकते। उन्‍होंने कहा कि वह नहीं जानते कि वह एलियंस की मौजूदगी पर विश्‍वास करते हैं या नहीं। उनके मुताबिक इंसान किसी चीज में तभी विश्‍वास करेगा, जब वह उसे अपनी आंखों से देख लेगा।   

अमेरिका में होती है एलियंस पर सबसे ज्‍यादा चर्चा

एलियंस में चर्चा करने वाला सबसे आम देश अमेरिका को माना जाता है, जहां आम लोगों के बीच भी एलियंस की मौजूदगी को लेकर धारणा है। एलियंस या यूएफओ देखे जाने की सबसे ज्‍यादा घटनाएं भी वहीं से सामने आती हैं। हालांकि अमेरिकी सरकार और पेंटागन हमेशा से एलियंस की मौजूदगी को लेकर होने वाले दावे नकारता आया है। पिछले साल इस सिलसिले में अमेरिकी सांसदों की एक मीटिंग भी हुई थी। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) भी यूएफओ देखे जाने से जुड़े मामलों की जांच कर रही है। 
 

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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