48 घंटों में 10 लाख से ज्यादा लोगों ने ChatGPT से लैस Bing में जताई दिलचस्पी, जानें इसमें ऐसा क्या है खास?

Microsoft ने घोषणा की है कि केवल 48 घंटों में ChatGPT से लैस Bing को आजमाने के लिए वेटिंग लिस्ट 1 मिलियन से अधिक लोगों ने साइन अप किया है। कुछ ऐसा ही रिस्पॉन्स OpenAI के ChatGPT को भी मिला था, जब वेब में उपलब्ध होने के सप्ताह में ही इस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन लर्निंग संवादी टूल ने 10 लाख यूजर्स को आकर्षित किया था। ChatGPT को बनाने वाले डेवलपर्स OpenAI का कहना है कि उनका चैटजीपीटी मॉडल, रीइन्फोर्समेंट लर्निंग फ्रॉम ह्यूमन फीडबैक (RLHF) नाम की मशीन लर्निंग तकनीक का इस्तेमाल करके डेवलप किया गया है। इस कंपनी में शुरुआत से ही Microsoft का बड़ा निवेश रहा है और अब कंपनी AI टूल को अपने Bing सर्च में शामिल करने वाली है।

Microsoft के कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट यूसुफ मेहदी (Yusuf Mehdi) ने ट्वीट के जरिए जानकारी दी है कि Bing सर्च इंजन में ChatGPT को अनुभव करने के लिए मात्र 48 घंटों में 1 मिलियन, यानी 10 लाख से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “हम उन लोगों की संख्या से अभिभूत और उत्साहित हैं, जो नए एआई-संचालित बिंग का परीक्षण करना चाहते हैं! 48 घंटों में, 1 मिलियन से अधिक लोग हमारे प्रिव्यू के लिए वेटिंग लिस्ट में शामिल हो गए हैं।”
 

बता दें कि मेहदी और माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष और सीईओ सत्या नडेला (Satya Nadella) ने पिछले हफ्ते नए Bing की घोषणा की थी, जो अभी भी कुछ यूजर्स के लिए लिमिटेड प्रिव्यू के तौर पर उपलब्ध कराया गया है।

Microsoft का ChatGPT आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लैस नया Bing सर्च कई नई AI क्षमताओं के साथ आता है, जो आपके लिए कुछ वैसे ही काम करता है जैसे ChatGPT करता है। यह आपके लिए कविताएं लिख सकता है, आपके लिए तुरंत खाने की रेसेपी तैयार कर सकता है और साथ ही आपके साथ ऐसे बातचीत कर सकता है, मानों कोई इंसान हो।

माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि AI-संचालित बिंग सर्च इंजन और Edge ब्राउजर अब “बेहतर सर्च, अधिक कंप्लीट उत्तर, एक नया चैट अनुभव और कंटेंट जनरेट करने की क्षमता” देने के लिए Bing.com पर प्रिव्यू के लिए उपलब्ध है।

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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