महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में ₹10,500 करोड़ के निवेश के लिए सिनार मास पल्प एंड पेपर के लिए भूमि आवंटित की।

महाराष्ट्र सरकार ने मंगलवार को राज्य में ₹10,500 करोड़ के निवेश के लिए इंडोनेशियाई फर्म सिनार मास पल्प एंड पेपर के लिए भूमि आवंटित की।

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि रायगढ़ जिले में फर्म को पहले चरण के लिए 300 हेक्टेयर और दूसरे चरण के लिए 600 हेक्टेयर जमीन आवंटित की गई थी।

श्री फडणवीस ने कहा, “सिनार मास पल्प एंड पेपर, इंडोनेशिया को भूमि आवंटन पत्र मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में सौंपा गया था।”

श्री फडणवीस ने कहा कि इस परियोजना से लगभग 7000 रोजगार सृजित होंगे।

श्री फडणवीस ने कहा कि वर्तमान सरकार उन सभी प्रस्तावों को मंजूरी दे रही है जो पिछले ढाई साल से लंबित थे। उन्होंने कहा, “हम महाराष्ट्र में आने वाले निवेशकों को हर संभव सहायता का आश्वासन देते हैं।”

जबकि श्री शिंदे ने आश्वासन दिया कि राज्य में व्यावसायिक उद्यमों के लिए अनुकूल वातावरण है, उन्होंने महसूस किया कि उद्योगों को महाराष्ट्र में विस्तार और निवेश करते समय चिंता नहीं करनी चाहिए। सरकार सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी, श्री शिंदे ने कहा।

बाद में दिन में, राज्य मंत्रिमंडल ने ‘दिव्यांगों’ के लिए एक स्वतंत्र विभाग स्थापित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, जो 3 दिसंबर से काम करेगा, श्री शिंदे ने कहा।

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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