ई-बाइक नया जरिया बन रही हैं ट्रैवलिंग का। भारत में भी इन्‍हें पसंद किया जा रहा है, लेकिन इस्‍तेमाल करने के मामले में बाकी देश आगे हैं खासकर यूरोपीय देश। वहां ई-बाइक का चलन तेजी से बढ़ रहा है। इसी को ध्‍यान में रखते हुए Desiknio (देसीक्नियो) ने उसकी  X20 Pinion ई-बाइक को यूरोप में लॉन्च कर दिया गया है। वैसे तो यह कई खूबियों को समेटे हुए है, लेकिन सबसे खास बात है कि यह ब्‍लूटूथ के जरिए सेटिंग्‍स को एजस्‍ट करने देती है। ई-बाइक वजन में काफी हल्‍की है और सिंगल चार्ज में पैडल असिस्‍टेंस के साथ 100 किलोमीटर की रेंज ऑफर करती है। 

यूरोप में 2023 Desiknio X20 Pinion ई-बाइक की कीमत 5,495 यूरो (लगभग 4,56,026 रुपये) से शुरू होती है। इसे पूरे यूरोपीय यूनियन में खरीदा जा सकता है। ई्र-बाइक को चार कलर ऑप्‍शन- पोलर ब्लू, ग्रेनाडा रेड, जेड ग्रीन और डार्क ग्रे में लाया गया है। 

2023 Desiknio X20 Pinion ई-बाइक का वजन जैसा‍कि हमने आपको बताया 1.3 किलोग्राम है। पेडलिंग की निगरानी के लिए इसमें PAS सेंसर लगा है। इसकी इंटीग्रेटेड 250Wh बैटरी बाइक के फ्रेम में स्थित है, जिसे फुल चार्ज करने में करीब 3 घंंटे लगते हैं। 25 किलोमीटर प्रति घंटे की टॉप स्‍पीड के साथ यह ई-बाइक 100 किलोमीटर तक असिस्‍टेंस रेंज दे सकती है, जहां इसके पैडल भी सपोर्ट करते हैं। जैसाकि हमने आपको बताया इसमें एक स्‍मार्ट ब्‍लूटूथ दिया गया है। यह X20 ब्लूटूथ यूनिट है। X20 मोबाइल ऐप से ई-बाइक को कनेक्‍ट किया जा सकता है, जिसके बाद कई और फीचर्स सामने आ जाते हैं। मसलन, ऐप पर पता चल जाता है कि ई-बाइक में कितनी बैटरी बाकी है 

बात करें इसके डिजाइन की, तो यह ई-बाइक, पैडलों के साथ आती है, यानी इसे बिना चार्जिंग के भी इस्‍तेमाल किया जा सकता है। X20 Pinion को 3 वैरिएंट- स्टैंडर्ड, स्टैंडर्ड कार्बन फोर्क और कम्फर्ट में लाया गया है। स्टैंडर्ड मॉडल के अलावा बाकी में कार्बन फाइबर फोर्क दिया गया है। इससे यह मतलब है कि ई-बाइक लाइटवेट हैं। 

जैसाकि हमने आपको बताया ई-बाइक भारत में भी काफी पसंद की जा रही हैं। इनमें एक ऑप्‍शन बन सकती है URBN e-Bike। मोटोवोल्ट मोबिलिटी भारतीय बाजार में स्टाइलिश ई-बाइक्स की पेशकश करता है जो कि खासतौर पर युवाओं को काफी ज्यादा पसंद आ सकती है। URBN e-Bike की कीमत 49,999 रुपये से लेकर 54,999 रुपये है।
 

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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