बंगाल बनाम सौराष्ट्र, रणजी ट्रॉफी फाइनल: भारत में कब और कहां देखें लाइव टेलीकास्ट, लाइव स्ट्रीमिंग |  क्रिकेट खबर


रणजी ट्रॉफी फाइनल में बंगाल और सौराष्ट्र आमने सामने होंगे© ट्विटर

बंगाल गुरुवार को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में रणजी ट्रॉफी 2022-23 सीज़न के फाइनल मैच में सौराष्ट्र के खिलाफ उतरेगा। लाल-गर्म बंगाल के पास 33 साल में अपने पहले रणजी ट्रॉफी खिताब का दावा करने का मौका होगा, जब उसका सामना तेज गेंदबाज और घरेलू खेल हैवीवेट जयदेव उनादकट की वापसी से होगा। बंगाल न सिर्फ खिताब जीतने की भूखी होगी बल्कि उसके दिमाग में बदला लेने की भी भूख होगी। पिछली बार बंगाल ने 2020 में फाइनल में जगह बनाई थी, सौराष्ट्र ने राजकोट में अपने घरेलू मैदान पर पहली पारी की बढ़त के आधार पर खिताब जीता था।

कब खेला जाएगा बंगाल बनाम सौराष्ट्र, रणजी ट्रॉफी फाइनल मैच?

बंगाल बनाम सौराष्ट्र, रणजी ट्रॉफी फाइनल मैच गुरुवार, 15 फरवरी को खेला जाएगा।

कहां खेला जाएगा बंगाल बनाम सौराष्ट्र, रणजी ट्रॉफी फाइनल मैच?

बंगाल बनाम सौराष्ट्र, रणजी ट्रॉफी फाइनल मैच कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला जाएगा।

बंगाल बनाम सौराष्ट्र, रणजी ट्रॉफी फाइनल मैच किस समय शुरू होगा?

बंगाल बनाम सौराष्ट्र, रणजी ट्रॉफी फाइनल मैच भारतीय समयानुसार सुबह 9:30 बजे शुरू होगा। टॉस 9 AM IST पर होगा।

कौन से टीवी चैनल बंगाल बनाम सौराष्ट्र, रणजी ट्रॉफी फाइनल मैच का प्रसारण करेंगे?

बंगाल बनाम सौराष्ट्र, रणजी ट्रॉफी फाइनल मैच का प्रसारण स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क पर किया जाएगा।

बंगाल बनाम सौराष्ट्र, रणजी ट्रॉफी फाइनल मैच की लाइव स्ट्रीमिंग कहां देखें?

बंगाल बनाम सौराष्ट्र, रणजी ट्रॉफी फाइनल मैच की लाइव स्ट्रीमिंग भारत में Disney+ Hotstar ऐप और वेबसाइट पर उपलब्ध होगी।

(सभी प्रसारण बनाम स्ट्रीमिंग का समय मेजबान प्रसारकों से प्राप्त जानकारी के अनुसार है)

(पीटीआई इनपुट्स के साथ)

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By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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