पाकिस्तान 26 दिसंबर से न्यूजीलैंड की दो टेस्ट और तीन वनडे मैचों की मेजबानी करेगा  क्रिकेट खबर


टीम पाकिस्तान एक्शन में© एएफपी

पाकिस्तान 26 दिसंबर से 14 जनवरी तक दो टेस्ट और तीन एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए न्यूजीलैंड की मेजबानी करेगा, जिसमें अधिकांश मैच कराची में खेले जाएंगे। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) द्वारा मंगलवार को जारी कार्यक्रम के अनुसार टेस्ट सीरीज 26 दिसंबर से कराची में शुरू होगी जबकि दूसरा मैच मुल्तान में तीन जनवरी से खेला जाएगा। 10, 12 और 14 जनवरी।

न्यूज़ीलैंड को पिछले साल एकदिवसीय और टी20ई श्रृंखला खेलनी थी, लेकिन रावलपिंडी से उनकी सरकार के निर्देश पर बिना कोई मैच खेले लौटा, उनके लिए एक अज्ञात सुरक्षा खतरे के कारण।

यह साल पाकिस्तान क्रिकेट के लिए वरदान साबित हुआ है क्योंकि वे पहले ही ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी कर चुके हैं, जबकि इंग्लैंड अक्टूबर में सात मैचों की टी20 सीरीज खेलने के बाद अब देश में टेस्ट सीरीज खेल रहा है।

मार्च 2009 में लाहौर में श्रीलंकाई टीम पर आतंकवादियों के हमले के बाद विदेशी टीमों की सुरक्षा चिंताओं के कारण पाकिस्तान ने 2009 और 2019 के बीच किसी भी टेस्ट या अंतर्राष्ट्रीय श्रृंखला की मेजबानी नहीं की।

दोनों बोर्ड की सहमति से न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला को एक दिन के लिए आगे बढ़ाया गया है।

न्यूजीलैंड ने आखिरी बार पाकिस्तान में 2003 में टेस्ट मैच खेला था।

न्यूजीलैंड अगले साल अप्रैल में एक और संयुक्त व्हाइट-बॉल श्रृंखला के लिए पाकिस्तान का दौरा करेगा।

(यह कहानी NDTV के कर्मचारियों द्वारा संपादित नहीं की गई है और एक सिंडिकेट फीड से स्वतः उत्पन्न हुई है।)

दिन का विशेष रुप से प्रदर्शित वीडियो

FIFA World Cup 2022: मोरक्को को मात देने के बाद डांस करती महिलाओं का वीडियो वायरल

इस लेख में उल्लिखित विषय

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed