हस्ताक्षर अभियान को 3000 लोगों ने किया समर्थन
पटना | आज जनाधिकार पार्टी के द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव की रिहाई के लिए पटना के पाटलिपुत्रा गोलम्बर पर हस्ताक्षर अभियान। जाप के प्रदेश महासचिव  आनन्द सिंह की अध्यक्षता में चलने वाले इस हस्ताक्षर अभियान में करीब 3000 से ज्यादा लोगों ने पप्पू यादव के रिहाई हेतु हस्ताक्षर अभियान का समर्थन किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र कुशवाहा ने कहा की स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले पप्पू यादव विगत एक माह से जेल में बंद हैं, जिनकी रिहाई के लिए आज  प्रदेश भर में हस्ताक्षर अभियान हैं। इस अभियान में शहर के लोगों का व्यापक समर्थन मिला हैं। पप्पू यादव की रिहाई का अभियान अब जन अभियान बन गया हैं। लोगों के द्वारा किए गए हस्ताक्षर को पार्टी महामहिम राष्ट्रपति महोदय को भेजेगी।
      जाप के राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचन्द सिंह ने हस्ताक्षर अभियान को सम्बोधित करते हुए कहा कि  कि पप्पू  यादव ने इस कोरोना महामारी में असंख्य लोगों के जीवन बचाने का काम किया हैं। अस्पताल माफियाओं और भाजपा के दबाव में नीतीश सरकार ने पप्पू यादव को साजिश के तहत जेल में डाला हैं। आज  राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद श्री पप्पू यादव जी के कुशल रिहाई हेतु महामहिम राष्ट्रपति महोदय जी को प्रार्थना पत्र स्वरुप हस्ताक्षर अभियान चलाया गया।जबतक उनकी रिहाई न हो जाती तबतक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। जाप के राष्ट्रीय महासचिव राजेश पप्पू ने कहा कि कोरोना काल में जब सत्ताधारी और विपक्ष के नेता अपने-अपने  घर में कोरेण्टाइन थे उस समय से एकमात्र पप्पू यादव पूरे बिहार में हॉस्पिटल से लेकर श्मशान घाट तक जायजा लेने का काम कर रहे थे। हॉस्पिटल में बेड नहीं मिल रही है, दवाई नहीं मिल रही है।
ऑक्सीजन नहीं मिल रही है श्मशान घाट में मुर्दे को जलाने के लिए जगह नहीं मिल रही है। ऐसे मामलों जब पप्पू यादव लगातार उजागर कर रहे थे। इसी वजह से साजिश रच कर पप्पू यादव को सलाखों के पीछे डलवा दिया गया।  हस्ताक्षर अभियान में  प्रदेश सचिव सह प्रवक्ता संजय कुमार सिंह , अरुण कुमार,  राजू दानवीर,पुरुषोत्तम कुमार, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, मुकेश कुमार एवं अन्य नेता उपस्थित रहें।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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