प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में कोरोना संक्रमण की चुनौती से निपटने में कामयाबी और ऑपरेशन गंगा की सफलता जन सामर्थ्य में वृद्धि के हैं बड़े उदाहरण

पटना | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में भारत को देश और वैश्विक स्तर पर यशस्वी स्वरूप मिला और उनके कुशल नेतृत्व में देश का जन सामर्थ्य बढ़ा है। नेहरू युवा केंद्र के तत्वावधान में आयोजित पूर्णिया जिला स्तरीय पड़ोस युवा संसद का शुभारंभ करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने इसी के साथ कहा कि प्रधानमंत्री ने जिस प्रकार से भारत का नेतृत्व किया, उसे आज हम वैश्विक स्तर पर महसूस कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण की चुनौती से निपटने में मिली कामयाबी और यूक्रेन-रूस संकट के बीच ऑपरेशन गंगा की सफलता भारत के जन-सामर्थ्य में वृद्धि के सबसे बड़े उदाहरण हैं।

उन्होंने कहा कि ऑपरेशन गंगा की सफलता ने देश ही नहीं वैश्विक स्तर पर भी भारत की साख और पहचान को पुख्ता किया है। ऑपरेशन गंगा के माध्यम से स्वनाम धन्य माता गंगा की अविरलता, निर्मलता और सहिष्णुता का परिचय देते हुए भारत के 20 हज़ार से अधिक लोगों की सफल वतन वापसी के साथ ही बांग्लादेश, ट्यूनीशिया, नेपाल जैसे अन्य देश के लोगों को भी सुरक्षित वापस पहुंचाया गया। प्रधानमंत्री के इस प्रयास ने भारत को विश्व गुरु के रूप में निश्चित रूप से खड़ा किया है। प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में देश में इंद्रधनुषी विकास के मार्ग प्रशस्त हुए हैं। शैक्षणिक और स्वास्थ्य क्षेत्रों के साथ-साथ जीवन के सभी क्षेत्रों में लोक कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत कर आम जनमानस के जीवन को खुशहाल बनाने की दिशा में सुनिश्चित प्रयास हो रहे हैं।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार और बिहार सरकार के प्रयासों को समाज के निचले तबके तक पहुंचाने में युवाओं की बड़ी जिम्मेदारी है और नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवक अपनी इन जिम्मेदारियों को बखूबी समझते हैं। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से देश के सामने कई चुनौतियां हैं, परंतु युवाओं को इन चुनौतियों का मुकाबला हौसलों के साथ करना है। हांलाकी सशक्त और आत्मनिर्भर भारत बनाने हेतु प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करने के लिए आज हमारे युवा हौसलों से लबरेज हैं और जब हौसले मजबूत होते हैं, तो मंजिलें आसान हो जाती हैं। बिहार सरकार ने युवा शक्ति के उत्थान के लिए कई कार्यक्रमों की शुरुआत की है। आत्मनिर्भर बिहार सात निश्चय-2 के अंतर्गत तकनीकी संस्थानों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित कर युवाओं को तकनीकी रूप से सबल बनाया जा रहा है। इंजीनियरिंग और मेडिकल विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। जिलों में मेगा स्किल सेंटर और प्रमंडल स्तर पर टूल रूम की व्यवस्था की जा रही है। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में शिक्षण सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। हमारा प्रयास है कि हमारे युवा न केवल रोजगार प्राप्त करें, बल्कि रोजगार देने वाले बनें।

उन्होंने कहा कि नेहरू युवा केंद्र युवाओं के विकास और उनके सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए उन्हें सक्षम बनाने की दिशा में कार्यरत है। अपने कार्यक्रमों के माध्यम से स्वयंसेवकों का उन्मुखीकरण कर सरकार के लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों को पंचायत स्तर पर जागृति लाने का सफल प्रयास किया है। आज का पड़ोस युवा संसद में भारत सरकार के सात लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों के विषय पर चर्चा होने से निश्चित रूप से इसका लाभ समाज की मुख्यधारा से वंचित आम जनमानस को मिलेगा।

इस अवसर पर कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री आलोक रंजन झा, विधायक विजय कुमार खेमका, पेट्रोलियम मंत्रालय के स्वतंत्र निदेशक डॉ रामनरेश सिंह, नेहरू युवा केंद्र के जिला कोऑर्डिनेटर सत्य प्रकाश, चक्रदीप, लखी प्रसाद महतो, बबन कुमार झा, मनोज सिंह, प्रमोद रंजन, संजीव सिंह, वीरेंद्र यादव, राकेश रंजन, पूर्णिया व कटिहार के विभिन्न जनप्रतिनिधि सहित विभिन्न पंचायतों से आए नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवक एवं भारी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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