किसानों ताज़ी जैविक सब्जियां की भेंट

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों अपने पूर्व संसदीय क्षेत्र बाढ़ और नालंदा जिला में जनसंवाद यात्रा के जरिए अपने पुराने कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं और वहां के आमजनों की समस्याओं से रूबरू हो रहे हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री सबसे पहले बिहारशरीफ विधानसभा क्षेत्र के सोहडीह पहुंचे और जैविक खेती कर रहे किसान राकेश कुमार समेत अन्य किसानों से मिलने के दौरान बातचीत करते हुए कहा कि सबसे पहले सोहडीह में जैविक खेती के माध्यम से आलू का उत्पादन हुआ था। जिसे राजगीर महोत्सव में आए अतिथियों के बीच वितरित भी करवाया गया था। उसके बाद से यहाँ के दर्जनों किसान जैविक विधि से कई प्रकार के सब्जी की खेती कर रहे हैं। अब तो पूरे सूबे में जैविक कॉरिडोर के माध्यम से जैविक खेती करने के लिए किसानों को प्रेरित किया जा रहा है। इस अवसर पर किसानों ने उन्हें ताज़ी जैविक सब्जियां भी भेंट की।

इसके बाद मुख्यमंत्री का काफिला नगर के विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचा, जहां कड़ी धूप में पूर्व से ही सड़कों पर खड़े कार्यकर्ताओं और आमजनों से मिलकर उनकी शिकायतें सुनीं। नगर भ्रमण करने के बाद मुख्यमंत्री टाउन हॉल पहुंचे और वहां एनडीए कार्यकर्ताओं से मिल कर उनकी समस्याओं से रूबरू होते हुए कहा कि आप सभी के सहयोग से ही अब तक सूबे की सेवा करने का मौका मिला है। आप कार्यकर्ताओं की शिकायत थी कि मुख्यमंत्री हमारी समस्याओं को नहीं सुनते हैं। यही सोच कर हमने जनसंवाद कार्यक्रम करने की सोची और आज आपके बीच स्वयं आकर आपकी ही नहीं बल्कि आम लोगों की समस्याओं को भी सुन रहे हैं। जो भी आवेदन दिया गया है, सभी का प्राथमिकता के आधार पर निदान किया जाएगा। आप सभी जानते हैं कि कार्यकर्ता ही पार्टी की रीढ़ होते हैं।

भ्रमण के दौरान जल संसान मंत्री संजय कुमार झा, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, सांसद कौशलेन्द्र कुमार, विधान पार्षद रीना देवी, निवर्तमान मेयर वीणा कुमारी, जदयू नेता डॉ विपिन कुमार यादव, प्रदीप कुमार, सोनू कुशवाहा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त परामर्शी मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

One thought on “जैविक खेती पर जोर दे रहे हैं किसान : नीतीश कुमार”
  1. Great website. A lot of helpful information here. I am sending it to a few friends ans additionally sharing in delicious. And of course, thanks to your effort!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *