रायलसीमा के जल अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए रायलसीमा संचालन समिति (आरएससी) के प्रतिनिधियों ने रविवार को क्षेत्र के 52 विधायकों और आठ सांसदों से संपर्क किया।
प्रतिनिधियों ने प्रतिष्ठित पुल के बजाय सिद्धेश्वरम के पास पुल-सह-बैराज के निर्माण और ऊपरी बाधरा परियोजना को रोकने की मांग करते हुए अभ्यावेदन प्रस्तुत किया।
समिति के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और नेताओं ने टीमों में हर विधानसभा और संसदीय क्षेत्र का दौरा किया और विधायकों और सांसदों से उनके कार्यालयों या घरों में संपर्क किया।
अनुपलब्ध रहने वाले जनप्रतिनिधियों के कार्यालयों व घरों के दरवाजे पर उन्होंने ज्ञापन चिपका दिए।
समिति के संयोजक बायरेड्डी राजशेखर रेड्डी ने कहा कि स्थिति स्पष्ट करने के लिए उनकी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और गजेंद्र सिंह शेखावत से मिलने की भी योजना है। उन्होंने कहा कि प्रतिष्ठित पुल केवल पर्यटन की वस्तु के रूप में काम करेगा या यह फिल्म शूटिंग के लिए एक अच्छा स्थान बन सकता है लेकिन यह किसी अन्य उद्देश्य की पूर्ति नहीं करेगा, विशेष रूप से रायलसीमा क्षेत्र को सूखे की स्थिति से बचाने के लिए नहीं।